सागर l मिलेट उत्पादन के लिए रकबें में वृद्धि हेतु विशेष प्रयास किए जाएं। साथ में जैविक एवं प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्राथमिकता से जागरूक किया जाए। खरीफ फसल हेतु खाद बीज का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें। उक्त निर्देश कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती वीरा राणा ने कृषि उत्पादन संबंधी समीक्षा बैठक में दिए ।
     इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, ज्वाइंट कमिश्नर श्री अनिल द्विवेदी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी.सी. शर्मा सहित कृषि उत्पादन से संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
      कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती वीरा राणा ने निर्देश दिए कि सागर संभाग में मिलेट उत्पादन के लिए रकबे में वृद्धि करें। प्रचार-प्रसार के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जैविक एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
      श्रीमती राणा ने कहा कि खरीफ फसल के लिए अभी से खाद, बीज का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें, जिससे कि खाद बीज के वितरण के समय किसी भी कानून व्यवस्था को बनाए रखा जाए। उन्होंने कहा कि नई फसल के लिए नई तकनीक अपनानी होगी। सुपर सीडर किसान लोन सहित अन्य उपकरणों का प्रयोग करें, जिससे नरवाई जलाने के कारण हो रही घटनाओं एवं भूमि बंजर होने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि खरीफ फसल में खाद बीज वितरण का रिकॉर्ड को संधारित किया जावे।
       श्रीमती राणा ने निर्देश दिए कि सागर संभाग में इस वर्ष 20 से 40 प्रतिशत वर्षा कम होने की भविष्यवाणी की गई है, जिसको देखते हुए कम पानी वाली फसलों का चयन कर उपार्जन का कार्य करें। कृषि उत्पादन आयुक्त की समीक्षा बैठक में सहकारिता विभाग, राज्य सहकारी बीज उत्पादन एवं विपणन संघ की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए गए कि सहकारिता विभाग के माध्यम से किसानों के द्वारा दो लाख के ऋण पर ब्याज माफी का अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अधिक से अधिक किसानों से ब्याज माफ करने के लिए आवेदन लिए जाएं।
      उन्होंने कहा कि सागर जिले में सोयाबीन की फसल की अपेक्षा उड़द की फसलों के लिए रकबें को बढ़ाएं एवं उपार्जन करें। पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जिले में 882950 पशुओं के टीकाकरण के लक्ष्य के विरुद्ध 856064 का टीकाकरण हुआ है जिसको शत-प्रतिशत करें। उन्होंने निर्देश दिए कि लंपी स्किन रोग की रोकथाम के लिए लगातार मॉनिटरिंग करें एवं आवश्यक हो तो तत्काल टीकाकरण कराएं ।
      उन्होंने निर्देश दिए कि युवा संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय व संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जावे। जिसमें युवाओं को पशुपालन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी जाए। जिले में संचालित मुख्यमंत्री गौ सेवा योजना अंतर्गत गौशाला संचालन की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जिले में 33 गौशाला संचालित हो रही हैं, जिनमें बिजली पानी की व्यवस्था की जा रही है। गौशालाओं को अनुदान की स्थिति की भी समीक्षा की गई। आचार्य विद्यासागर योजना के अंतर्गत दिए गए लक्ष्य एवं पूर्ति की समीक्षा की गई। मुर्रा पाड़ा योजना, नंदी योजना, कुटकुट इकाई योजना के अंतर्गत दिए गए लक्ष्य पूर्ति एवं खर्च की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
      समीक्षा बैठक में उद्यानिकी विभाग के माध्यम से जिले में कृषि उद्यान की भूमि 736300 हेक्टेयर है, जिसमें से सिंचित एवं उद्यानिकी के रकबें के संबंध में जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि सागर में आम, अमरूद, नीबू, सीताफल, टमाटर, प्याज, लहसुन, अदरक, हल्दी सहित समस्त सब्जियों की फसल का उपार्जन किया जाता है। बागवानी विकास मिशन योजना अंतर्गत मसाला क्षेत्र,  जैविक खेती, प्याज भंडारण की प्रगति के संबंध में जानकारी दी गई। दुग्ध संघ की समीक्षा बैठक में कार्यरत समितियों के माध्यम से औसत दुग्ध संकलन की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए गए कि दुग्ध संकलन बढ़ाया जावे, ताकि स्व सहायता समूह के माध्यम से समूह की महिला सदस्यों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाया जा सके।