दुनिया में मंदी की आशंका के बीच कई कंपनियों में छंटनी का सिलसिला जारी है। फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी मेटा ने तीसरे और आखिरी राउंड की छंटनी शुरू कर दी है। इस बार कंपनी से 10,000 कर्मचारियों को निकाला जा सकता है।

मेटा ने मार्च महीने में छंटनी का घोषणा की थी, जिसके तहत अब छंटनी शुरू हो चुकी है। इससे पहले कंपनी ने पिछले साल नंवबर महीने में छंटनी की थी, तब भी 11,000 कर्मचारियों को निकाला गया है।

मेटा के ताजा ले-ऑफ में कई भारतीय अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। खबर है कि भारत में मेटा के मार्केटिंग निदेशक अविनाश पंत और मीडिया पार्टनरशिप के निदेशक और हेड साकेत को मेटा से निकाल दिया है। इस मामले में किसी भी अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं दी है।

मेटा से अपनी नौकरी जाने की जानकारी कर्मचारियों ने प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर दी है। मेटा ने यूजर एक्सपीरियंस, मार्केटिंग, रिक्रुटिंग और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। माना जा रहा है कि इस छंटनी का असर बिजनेस ग्रुप्स पर भी पड़ेगा। इससे पहले कंपनी ने टेक्निकल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों की छंटनी की थी।

मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग मे मार्च महीने में घोषणा की थी कि दूसरे दौर में होने वाली छंटनी तीन अलग-अलग चरणों में होगी। ये छंटनी मई महीने तक खत्म होने की उम्मीद की जा रही है, हालांकि बाद में भी कंपनी छोटे-छोटे राउंड में छंटनी कर सकती है। कंपनी अप्रैल से मई महीने तक 10,000 कर्मचारियों को निकाल सकती है।

पिछले कुछ महीनों से मेटा के रेवेन्यू में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इसी के साथ महंगाई ( Inflation) और डिजिटल विज्ञापन में कमी आने की वजह से भी कंपनी ने यह फैसला लिया है। कंपनी अपने खर्च में कटौती करके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर फोकस कर रही है। दुनिया में वैश्विक आर्थिक संकट की स्थिति बन रही है।

पिछले कुछ महीनों में कई और कंपनियां जैसे गूगल, माइक्रोस्फॉट, अमेजन आदि ने कर्मचारियों की छंटनी की है।