मुंबई । मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर के बयानों पर पर्दा डालकर बीजेपी नेता व राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर शिंदे सेना से कोई चर्चा नहीं हुई है। जब चर्चा होगी तब उसकी जानकारी दी जाएगी। फडणवीस ने सफाई दी कि बीजेपी और शिवसेना के बीच किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है। गौरतलब है कि शिंदे सेना के सांसदों ने हाल ही में एक बैठक आयोजित की थी। इसमें उन्होंने लोकसभा की 22 सीटों पर दावा किया। उद्धव सेना से अलग होकर शिंदे गुट में शामिल होने वाले 13 सांसदों को उनकी संबंधित सीटों पर बरकरार रखने पर चर्चा हुई।
शेष पांच सीटों के साथ ही शिंदे गुट ने रायगड, शिरूर, औरंगाबाद और अमरावती पर भी अपना दावा किया है। शिंदे सेना के सांसद कीर्तिकर ने आरोप लगाया कि बीजेपी शिंदे गुट के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री शिंदे को देने की बात तक कही। कीर्तिकर के बयान को शिंदे सेना और बीजेपी में फूट के तौर पर देखा जा रहा है।
उधर फडणवीस ने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है, इसलिए टेंशन मत लो। कीर्तिकर के बयान के बाबत पूछने पर फडणवीस ने कहा कि कीर्तिकर ने ऐसी कोई बात नहीं कही है। ये पूरी खबर बेबुनियाद है। सीटों के बंटवारे को लेकर किसी से भी कोई चर्चा ही नहीं हुई। जब होगी तब आपको बताया जाएगा। हमारी युति में कोई विवाद नहीं है।
आम चुनाव में सीट बंटवारे पर हुई चर्चा के बाबत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि शिवसेना और बीजेपी बहुत पुराने दोस्त हैं। सब व्यवस्थित होगा, किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। आगामी लोकसभा चुनाव की पूर्व तैयारियों के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस ने तिलक भवन में 2 और 3 जून को अहम बैठक बुलाई है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सभी दिग्गज नेता और जिलाध्यक्ष शामिल होने वाले हैं। 
बैठक के बारे में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य बीजेपी को हराना है और पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ने के लिए संकल्प लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को भारी मतों से जीत मिली है। इस जीत से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। महाराष्ट्र में भी भारतीय जनता पार्टी को पराजित होना होगा।