स्वयं के हाथ से शुद्ध मिट्टी की प्रतिमा बना कर स्थापित करे

पर्यावरण, जल जंगल मिट्टी नदी पहाड़ संपूर्ण प्रकृति ही है जिसेके कारण जानवर पशु पक्षी जीवित रहते है, और इस प्रकृति के कारण पशु पक्षियों जानवरो के सहयोग से ही मनुष्य योनि अपना जीवन यापन करती है । इस संपूर्ण प्रकृति मे से एक भी व्यवस्था अगर नष्ट हो जाए तो मनुष्य के लिए अथवा किसी भी जीवत शरीर के लिए जीवन यापन करना मुश्किल ही नही ना मुमकिन हो जायेगा । इसलिए हमारे जीवन का पहला कर्तव्य प्रकृति की रक्षा करना उसे सुरक्षित रखना होना चाहिए । तालाब नदियों को प्रदूषित होने से बचाना ही मानव जीवन की पहली प्रार्थमिकता होनी चाहिए । देश मे प्रति व्यक्ति अपने जीवन मे एक पैड अवश्य लगाए और उस खाद बीज दे कर जीवत रखने का संकल्प ले तो ही हम, मनुष्य जीवन और प्रकृति के बीच के सांमजस्य को स्थापित कर पाएंगे । इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर भी केमिकल से बनी प्रतिमा स्थापित करने से परहेज करे । स्वयं के हाथ से शुद्ध मिट्टी की प्रतिमा बना कर स्थापित करे । इससे हमारे तालाबों को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है इसके बदले मे तालाब पैड नदिया पर्यावरण आपके मानव जीवन को प्रदूषित होने से बचायेंगे।
गणेश उत्सव की आपको बहुत बहुत शुभकामनाएंI
अभिषेक आर्य
प्रदेश कार्यालय मंत्री भाजपा अनुसूचित जाती मोर्चा म.प्र