कोरोना टीके को लेकर मन में उठने वाले हर सवाल का जवाब

कोरोना टीके को लेकर मन में उठने वाले हर सवाल का जवाब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने एक वीडियो संदेश के जरिए दिया कुछ अहम सवालों का जवाब.....
संक्रमित या बिना लक्षण वाले रोगी को टीका लगाने से टीकाकरण स्थल पर संक्रमण का खतरा है। अभी नहीं पता है कि संक्रमित में टीके का क्या असर होगा। ऐसे में लक्षण बंद होने के 14 दिन बाद ही टीका लगवाना चाहिए। खतरा मोल लेने की जरूरत नहीं है।
टीका लगने के बाद कुछ लक्षण आ सकते हैं। इसमें हल्का बुखार, जहां इंजेक्शन लगा है वहां दर्द, शरीर में दर्द जैसी तकलीफ हो सकती हैं। डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। जहां टीका लगेगा वहां इन सब चीजों को मैनेज करने के लिए राज्य सरकारों ने सभी व्यवस्था की है। गंभीर तकलीफ की संभावना नहीं है।
पंजीकरण के बाद ही टीका लग सकेगा। पंजीकरण के जरिए ही आपको टीका कब और कहां टीका लगवाना है इसकी जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा टीका लगने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम आप के संपर्क में रह सकेगी। एप पर बिना पंजीकरण टीका नहीं लग सकता है।
ऑनलाइन पंजीकरण के बाद पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस प्राप्त होगा जिसमें तारीख स्थान समय स्पष्ट लिखा हुआ होगा, टीका लगने पर भी एसएमएस आएगा। दो डोज के बाद मोबाइल पर ही क्यूआर कोड आधारित डिजिटल सर्टिफिकेट जाएगा। भविष्य में इसी सर्टिफिकेट रिकॉर्ड की जांच हो सकेगी।
टीका लगने के बाद मानक के अनुसार, आपको कम से कम 30 मिनट तक वहीं पर आराम करना होगा। कोई भी तकलीफ होती है तो वहां पर मौजूद डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी या एएनएम और आशा कार्यकर्ता को इसकी जानकारी दें। किसी तरह की परेशानी को नजरअंदाज ना करें। घबराए बिल्कुल भी नहीं।