गर्भ में बच्चे की मौत, साढ़े चार घंटे बाद मां की भी मौत

भोपाल के जेपी हास्पिटल में एक गर्भवती महिला और उसके गर्भस्थ शिशु दोनों की मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने डाक्टर और नर्सों पर घोर लापरवाही करने के आरोप लगाये हैं। घटना में भोपाल के खजूरीकलां निवासी श्रीमती चंचल तिवारी (27) की जान चली गई। चंचल 9 माह की गर्भवती थीं। उन्हें बीते शनिवार को ही जेपी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां डाक्टरों ने उसकी सिजेरियन डिलीवरी नहीं कराई। रविवार की सुबह चंचल को तेज दर्द हुआ था, लेकिन ड्यूटी पर तैनात कोई भी डाक्टर उसे देखने तक नहीं आया। नर्सों ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है। चंचल का दर्द बढता गया, आखिर में उसकी भी मौत हो गई। मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने *आयुक्त, स्वास्थ्य सेवायें और जेपी हास्पिटल के अधीक्षक से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि घटना की जांच कराकर तीन सप्ताह में रिपोर्ट भेंजे। यदि मृतका के वारिसों को कोई मुआवजा राशि दी गई हो, तो रिपोर्ट में उसका भी उल्लेख करें।