राजनीति में फिर से शुचिता और संवाद कायम करना होगा, तभी उपचुनाव में कमल मुदित होगा।

हरीश मिश्र/ अमित सोनी रायसेन से
रायसेन- सांची विधानसभा क्षेत्र में पिछले 35- 40 साल की राजनीति में भाजपा के डॉ गौरीशंकर शेजवार और कांग्रेस के डॉ प्रभुराम चौधरी राजनीतिक विरोधी रहे हैं, किंतु उनके समर्थकों ने एक दूसरे पर कभी भी निचले स्तर के आरोप नहीं लगाए। जितने निचले स्तर पर जाकर पिछले एक पखवाड़े में राजनीति हुई । जबकि अब दोनों एक ही दल में हैं।
सावन के महीने में पानी नहीं गिरने से खेतों में दरारें पड़ गई। फसलें बर्बाद हो रही है। तालाब में पानी नहीं है। उमस बहुत अधिक है । उससे अधिक दरार, बर्बादी, उमस सांची विधानसभा क्षेत्र में भाजपा में हो रही हैI सांची विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव से पहले जिन दो वरिष्ठ भाजपा नेताओं के ऑडियो वायरल हुए..?
राजनीति शास्त्र में कहीं नहीं लिखा छल, कपट कर सत्ता प्राप्त करो। लेकिन राजनीति में सब संभव है। अपने ही मित्र छल, कपट कर " राज " को दो साल तक छुपा कर रखते हैं। ऑडियो 2 साल तक संभाल कर रखा गया । दुरुपयोग करने के लिए। निश्चित रूप से मित्रता में ऐसा रूप संभव नहीं है।
भाजपा जिला अध्यक्ष जयप्रकाश किरार के रोशन होते दिए में पानी डालकर बुझाने का प्रयास किया गया और " भंवरलाल " को " भंवर जाल " में उलझाया गया। क्योंकि राजनीति में " नीति " कुछ नहीं होती। राजनीति में ना कोई स्थाई मित्र होता है ना शत्रु । जो मित्र को मित्र समझे और जिसके अंदर दया, प्रेम, सद्भाव हो वह राजनीति नहीं कर सकता। राजनीति कोई पत्थर दिल ही कर सकता है। जिसका संबंध पत्थर से रहा हो, उसका दिल मुलायम नहीं हो सकता । पत्थर खदानों में जो पत्थर निकलता है, उसमें जो सीधा होता है । वह फर्शी के उपयोग में आता है, कुछ पत्थर बोल्डर बन जाते हैं, शेष कतरन होती है। कतरन सबसे ख़तरनाक होती है। जो किसी को मार दी जाए तो लहू- लूहान कर देती है। भंवरलाल का भाजपा में फर्शी के रूप में उपयोग किया गया, जो बोल्डर थे, बेभाव बिक गए और कतरन का उपयोग ( ऑडियो वायरल कर ) निष्ठावान कार्यकर्ताओं को लहूलुहान करने के लिए किया गया।
सांची विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव से पहले जिन दो वरिष्ठ भाजपा नेताओं के ऑडियो वायरल हुए वह दोनों किरार समाज से हैं । पहले भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ जयप्रकाश किरार और दूसरे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भंवरलाल पटेल का ऑडियो वायरल हुआ। दोनों नेता प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार और डॉक्टर गौरीशंकर शेजवार के विश्वासपात्र हैं। सांची विधानसभा क्षेत्र में किरार समाज एक संपन्न और प्रतिष्ठित वर्ग माना जाता है। बड़े नेताओं के वीडियो वायरल कर किरार समाज और मुख्यमंत्री चौहान की किरकिरी करने का प्रयास किया गया है।
इस ऑडियो के वायरल होने से भाजपा कार्यकर्ताओं में फूट हो रही है। मित्र को मित्र पर विश्वास नहीं है। कौन कब किसका ऑडियो/ विडियो वायरल कर दे ? कह नहीं सकते। स्थिति यह है कि जिन नेताओं के फोन की घंटी दिनभर बजती थी। उनसे बात करने में लोग घबराने लगे हैं।
उप चुनाव से पहले मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने अपने समर्थकों को अंकुश लगाना होगा। भाजपा की राजनीति में फिर से शुचिता और संवाद कायम करना होगा। तभी उपचुनाव में कमल मुदित होगा। नहीं तो डॉ गौरीशंकर शेजवार समर्थक घर पर बैठ सकते हैं। भाजपा मंडल अध्यक्षों ने मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री को संदेश भी दे दिया है कि इतनी गिरी हुई राजनीति होने पर वह भाजपा के लिए काम नहीं कर पाएंगे। जिसका अर्थ यह है कि विधानसभा चुनाव परिणाम चौंकाने वाले भी आ सकते हैं।