आने वाली पीढ़ी के सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य के लिए पौधरोपण अत्यंत जरूरी- मंत्री श्री पटेल

नरसिंहपुर l प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में साढ़े 5 करोड़ पौधों का रोपण किया जा रहा है। आने वाली पीढ़ी के सुरक्षित, स्वस्थ तथा बेहतर जीवन के लिए भी पेड़ों की अत्यंत आवश्यकता है। पर्यावरण को अनुकूल बनाने के लिए पौधे लगाये जायें। इस महत्वाकांक्षी अभियान में समाज के हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी मिल रही है।
मंत्री श्री पटेल ने यह बात रेशम केन्द्र देवरीकलां में "एक पेड़ मां नाम अभियान" के तहत आयोजित कार्यक्रम में कही। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति नीलेश काकोड़िया, विधायक श्री महेन्द्र नागेश, पूर्व राज्य मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष श्रीमती अनीता राजेंद्र ठाकुर, श्री महंत प्रीतमपुरी गोस्वामी,बंटी सलूजा और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी पौधरोपण किया। उन्होंने यहां शतपर्णी, अमलताश, अशोक, शहतूत, नीम, बादाम के पौधे रोपित किये। आज यहाँ लगभग एक हज़ार पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले, पुलिस अधीक्षक श्री अमित कुमार, सीईओ जिला पंचायत श्री दलीप कुमार ने भी यहाँ पौधारोपण किया।रेशम विभाग के प्रभारी अधिकारी श्री विजय नंदनवार, फ़ील्ड ऑफ़िसर श्री हरगोबिन्द सिंह राजपूत, स्वाति मिश्रा, श्री जितेन्द्र सिंह मेवाड़ा सहित रेशम विभाग का अमला मौजूद था।
मंत्री श्री पटेल ने रेशम उत्पादन केन्द्र में की जा रही गतिविधियों के बारे में रेशम अधिकारी से जानकारी ली। रेशम अधिकारी ने बताया कि परिसर की लगभग 5 एकड़ भूमि में शहतूत का पौधारोपण किया जा रहा। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि इच्छुक कृषकों को अच्छे से ट्रेनिंग देकर रेशम उत्पादन के कार्य से जोड़ा जाए, जिससे उन्हें आमदनी हो और उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके। साथ ही इसमें स्वसहायता समूह की महिलाओं को भी विशेष तौर पर शामिल किया जाये। उन्हें ऑन फील्ड इसकी ट्रेनिंग भी दी जाये। इस दौरान उन्होंने यहाँ किए जा रहे शहतूत पौधारोपण के कार्य का भी अवलोकन किया। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि विभाग द्वारा झिरना रोड स्थित शो रूम में विक्रय के लिए रखे गये सिल्क के कपड़ों की भी प्रदर्शनी लगाई जाए, जिससे इन उत्पादों की बिक्री हो।