सामाजिक विकास में शासन के साथ जब समुदाय की शक्ति मिलती है तो विकास के सोपान शीघ्रता से प्राप्त किये जा सकते हैं। वर्तमान युवा कल का भविष्य है जिसकी ताकत से ग्रामों की तकदीर और तस्वीर दोनों बदले जा सकते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन पर मध्यप्रदेश के 313 विकासखण्डों में संचालित मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम एक सशक्त प्रतिमान है जिससे जुड़कर ग्रामीण युवा प्रशिक्षित होकर अपने संकल्पों से ग्रामीण विकास के दूत बनकर शासन की योजनायें जमीनी स्तर तक प्रसारित करनें के वाहक बने हुये है। इस आशय की बात म.प्र. जन अभियान परिषद विकासखण्ड सोहावल द्वारा शासकीय व्यंकट क्रमांक-1 सतना के सभागार में आयोजित एम.एस.डब्ल्यू और बी.एस.डब्ल्यू पाठ्यक्रम के शुभारंभ अवसर मुख्य अतिथि के रूप में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहीं। कार्यक्रम में जन सम्पर्क अधिकारी राजेश सिंह, व्यंकट क्रमांक-1 विद्यालय के प्राचार्य सुशील श्रीवास्तव उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक डॉ. राजेश तिवारी ने की। कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण से किया गया।

राज्यमंत्री श्रीमती बागरी ने अपने उद्बोधन के माध्यम से युवा नेतृत्व संवाद के तहत सभी छात्रों से कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित यह पाठ्यक्रम कोई साधारण पाठ्यक्रम नहीं है। इस पाठ्यक्रम से साधारण सा व्यक्तित्व भी नेतृत्व क्षमता बढ़ाकर विशिष्ट बन सकता है। स्वयं का उदाहरण देते हुये उन्होने बताया कि मैं भी एम.एस.डब्ल्यू की विद्यार्थी रही हूं और आज आपके सामने जीवंत प्रमाण के रूप में उपस्थित हूं कि और यह बताना चाहूंगी कि यह पढ़ाई कैसे एक साधारण से कार्यकर्ता को राज्यमंत्री तक का सफर करा देता हूं। जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक डॉ. तिवारी ने कहा कि सामुदायिक नेतृत्व का यह पाठ्यक्रम हमें अपनें जीवन कौशल को बढ़ानें का अवसर देता है। यह पाठ्यक्रम कम फीस में उपलब्ध होनें के कारण इसमें ग्रामीण एवं वंचित वर्ग के युवा आसानी से जुड़कर अपनें शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ा पा रहे हैं। उन्होनें बताया कि जन अभियान परिषद इस पाठ्यक्रम के माध्यम से आज पूरे प्रदेश में एक लाख से अधिक युवाओं के साथ कार्य कर रहा है। विभिन्न प्रशिक्षणों के माध्यम से उनकी क्षमता वृद्धि करते हुये उनके गांवों में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में स्थापित कर शासन एवं समाज के बीच की कड़ी के रूप में सक्रिय कार्य कर रहा है। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन प्राचार्य सुशील श्रीवास्तव द्वारा किया गया।