डिंडौरी l  श्री अन्न की उन्नत तकनीकी से खेती, प्रसंस्करण एव मूल्य संवर्धन की जानकारी कृषकों को प्रदाय करने के उद्देश्य राज्य मिलेट मिशन योजनान्तर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। विगत दिनों में विकासखण्ड डिण्डौरी के नयेगांव, सारसताल, नुनखान, घुसिया एवं विकासखण्ड शहपुरा के ग्राम गपेया, छपरा, मोहनी माल, खैरभगद्, गजवाहर एवं विकासखण्ड मेंहदवानी के ग्राम चौवीसा में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। उक्त प्रशिक्षणा में किसानों को श्री अन्न (मिलेट्स) की उन्नतशील किस्म, उन्नत तकनीकी, बाजार की मांग, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन के बारे में जानकारी प्रदाय की गई।

        इसी के साथ-साथ मिटटी परीक्षण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गई। कृषकों को डीएपी के स्थान पर सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं एनपीके कॉम्पलेक्स के उपयोग से अवगत कराया गया एवं प्राकृतिक खेती, परंपरागत खेती के लाभ एव जैविक खेती म उपयोगी खाद के बारे में सुझाव दिया गया। कृषकों को विभिन्न विभागीय योजनाओं के लाभ से अवगत कराते हुए रबी फसलों के बीज हेतु पंजीयन एवं धान एव सोयाबीन के उपार्जन हेतु अधिक से अधिक पजीयन कराने के लिये जानकारी दी गई एवं फल उद्यान एवं सब्जी उत्पादन तथा अंतरवर्तीय खेती के बारे में भी अवगत कराया गया।

      उक्त प्रशिक्षण में जिला स्तरीय अधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र डिण्डौरी के वरिष्ठ तकनीकी सहायक, मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला प्रभारी, सम्बंधित विकासखण्डीय अधिकारी एवं कृषकगण उपस्थित रहे।