उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण के संबंध वीडियो कांफ्रेंसिंग

झाबुआ l कृषि उत्पादन आयुक्त, मध्यप्रदेश, भोपाल की अध्यक्षता में उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण के संबंध में बुधवार रात्रि 7:30 बजे समस्त संभागायुक्त एवं जिला कलेक्टर्स की वीडियो कॉफेसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की गई है। उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण के संबंध में चर्चा की गई। बिक्री काउंटरों पर विक्रय प्रबंधन करने के निर्देश दिए। बुआई शुरू होते ही बढ़ी संख्या में किसान विक्रय केंद्रों पर पहुंचते है। मार्कफेड द्वारा जिले की आवश्यकता के आधार पर नये विक्रय केन्द्र खोलने पर अनुमति दी जा सकती है। डबल लॉक केन्द्रों पर अतिरिक्त बिक्री काउंटर भी खोले जा सकते हैं। अतिरिक्त पीओएस मशीनों और कर्मियों की व्यवस्था करें। आवश्यकतानुसार राजस्व अधिकारियों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी विक्रय केन्द्रों पर लगाने, टोकन सिस्टम का उपयोग किया जा सकता है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यकतानुसार पुलिस विभाग का सहयोग लिया जावे। लाठी चार्ज की स्थिति से बचे।
जिले में उचित उर्वरक वितरण की कार्ययोजना तैयार कर कार्यवाही की जाए। भारत सरकार आई एफ एम एस पोर्टल पीओएस प्रविष्टियों के आधार पर उर्वरकों का आवंटन करती है। इसलिए, यदि बिक्री हो गई है लेकिन पीओएस प्रविष्टि नहीं की गई है तो जिले को उर्वरक नहीं मिलेगा। सहकारी एवं निजी संस्थाओं का नियमित भौतिक सत्यापन करावे। आई एफ.एम.एस पोर्टल में कलेक्टर लॉगइन पर स्टॉक, विक्रय आदि की विस्तृत जानकारी उपलब्ध होती है। सभी जिले पीओएस एवं जिलों में उपलब्ध स्टॉक के अंतर को सत्यापन कराना सुनिश्चित करें। कालाबाजारी, अवैध भण्डारण, अवैध विक्रय एवं मिस ब्रांडिंग आदि गतिविधियों पर कठोर कार्यवाही की जावे। इस दौरान जिले से कलेक्टर नेहा मीना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्र सिंह चौहान, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री नगीन रावत, उपायुक्त सहकारिता श्री दिनेशचंद्र भिड़े, सुश्री अमिता मोरे जिला विपणन अधिकारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।