महारानी शहद प्रसंस्करण ईकाई सारसताल का किया उद्घाटन एफएसएसएआई मे हुआ पंजीयन

डिंडौरी l ग्रामीण क्षेत्र मे महिलाओं को आजीविका उपलब्ध कराने हेतु शासन द्वारा विभिन्न उपाय किये जा रहे है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध हो सके। ग्राम सारसताल जो कि जिला मुख्यालय से 40 कि.मी. दूर जंगल से चारो तरफ से घिरा ग्राम है। यहॉ पर पी.एफ.एम.ई योजना से चार लाख पैतीस हजार की लागत से म.प्र.ग्रामीण बैंक शाखा शाहपुर से ऋण लेकर मॉ जगदम्बा स्व सहायता समूह सारसताल की महिलाओं ने महारानी शहद प्रसंस्करण यूनिट लगाया है। इस मशीन के द्वारा 01 घंटे मे 50 लीटर का प्रसंस्करण किया जा सकेगा। समूहो ने 5 क्विंटल शहद एकत्र कर प्रसंस्कृत कर लिया है इसे महारानी शहद के नाम से समूह बजार मे बेचेगा। आनंदम दीदी कैफे रूरल मार्ट मे उपलब्ध रहेगा। विधायक श्री ओम प्रकाश धुर्वे ने कार्यक्रम मे कहा कि प्राकृतिक शहद के साथ महिलाओं को मधु मक्खी पालन हेतु डिब्बे भी उपलब्ध कराये, जिससे ज्यादा उत्पादन हो व लगाये गये मशीन को निरंतर काम मिल सके। शहद तोडने वाले सदस्यों को ड्रेस भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, जिससे इनके जीवन को कोई खतरा न हो।
संजूलता आर्मो अध्यक्ष महारानी प्रसंस्करण यूनिट ने बताया कि हम सभी महिलायें डब्ल्यूडब्ल्यूएफ टीम के सहयोग से ग्राम मे ही 15 दिवस शहद उत्पादन एवं प्रसंस्करण का प्रशिक्षण लिये है, तत्पश्चात यूनिट लगाकर समूह के सदस्यों को रोजगार से जोडा गया है। इस कार्यक्रम मे जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ज्योति प्रकाश धुर्वे, सुशील राय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डिण्डौरी श्री निखिलेश कटारे, जिला परियोजना प्रबंधक आजीविका मिशन श्री जेठू पट्टा, श्री टी के दास विकासखण्ड प्रबंधक आजीविका मिशन एवं स्व सहायता समूह की सदस्य महिलायें एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।