शिमला मिर्च की फसल से हो रहा लाखों रुपये का मुनाफा

सागर l एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) बागवानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार की एक प्रायोजित योजना है। इस योजना के तहत, फल, सब्ज़ियां, जड़-कंद वाली फ़सलें, मशरूम, मसाले, फूल, सुगंधित पौधे, नारियल, काजू, कोको, और बांस जैसी बागवानी फ़सलों को बढ़ावा दिया जाता है।
एकीकृत बागवानी मिशन योजना के अंतर्गत ड्रिप इरीगेशन सह प्लास्टिक मल्चिंग का उपयोग करके सागर जिले के ग्राम खिरियाताज के रहने वाले करन पटेल ने शिमला मिर्च की खेती कर लाखों रुपये का मुनाफा कमाया और खेती को ली लाभ का धंधा बना लिया है।
करन पटेल बताते है कि पहले हम गेहूं की खेती किया करते थे। जिससे हमारी रोजी-रोटी का ही गुजर-बसर हो पाता था। न तो भविष्य के लिए कोई पैसा जमा कर पाते थे न ही परिवार को सुख सुविधा दे पाते थे। मेहनत के बराबर मुनाफा भी नहीं होता था।
तब उद्यानिकी विभाग के लोगों ने मुझे ड्रिप इरीगेशन सह प्लास्टिक मल्चिंग खेती करने की सलाह दी और एकीकृत बागवानी विकास मिशन में मिलने वाले फायदों की जानकारी दी। तब मैंने मल्चिंग तथा ड्रिप सिस्टम का इस्तेमाल कर शिमला मिर्च की खेती करना शुरू किया। जिससे मुझ मेहनत के मुकाबले खेती से लाखो रू. का मुनाफा हुआ है।