भोपाल l राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी के विरोध में  मध्य प्रदेश विधानसभा में बुधवार को भारी हंगामा हुआ। यह विवाद शून्यकाल में शुरू हुआ, जब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मुद्दे को उठाया और टिप्पणी को संविधान के निर्माता एवं अनुसूचित जाति वर्ग का अपमान करार दिया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से माफी की मांग की।उमंग सिंघार ने कहा कि डॉ. आंबेडकर संविधान के स्तंभ हैं और उनकी तौहीन नहीं सहन की जा सकती। भाजपा और केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी से समूचे समाज को ठेस पहुंची है। उन्होंने इस पर माफी की मांग की। इसके बाद सत्तापक्ष ने इस मुद्दे पर आपत्ति जताई और नियमों का हवाला देते हुए कहा कि सदन में किसी अन्य सदन की चर्चा या किसी व्यक्ति के बारे में टिप्पणी नहीं की जा सकती, जो सदन में उपस्थित नहीं है। इस पर कांग्रेस सदस्य आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करते हुए आसंदी के पास आ गए। इस विरोध के खिलाफ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मंत्री और सत्तापक्ष के अन्य सदस्य भी आसंदी के पास पहुंचे गए। बता दें, मंगलवार को राज्यसभा में अमित शाह ने कहा था कि अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर...अंबेडकर....। इतना नाम भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। शाह के इस बयान पर कांग्रेस हमलावर हो गई है।