दमोह l सेंट नॉर्वट स्कूल में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। डीईओ एसके नेमा की जांच रिपोर्ट के आधार पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है l जांच में पता चला है कि स्कूल प्रबंधन ने साल 2017-18 से 2022-23 के बीच अभिभावकों से अवैध तरीके से तीन करोड़ 32 लाख रुपये वसूले। यह राशि छह किश्तों में 'द सोसाइटी ऑफ एबी ऑफ बर्न' नामक संस्था को भेजी गई, जिसमें 50 लाख रुपये, 80 लाख, 80 लाख, 30 लाख, 32 लाख और 60 लाख रुपये थे। जांच के दौरान प्रबंधन इस संस्था के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाया और ना ही यह बता पाया कि राशि किन नियमों के तहत भेजी गई। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त इस स्कूल ने ना सिर्फ अनुचित फीस वृद्धि की बल्कि डुप्लीकेट आईएसबीएन वाली किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों को मजबूर भी किया और सीबीएसई एफिलिएशन बायलॉज 2018 का उल्लंघन किया। स्कूल प्रबंधन का दावा है कि संबंधित सोसाइटी ने पूरी राशि वापस कर दी, लेकिन ये बात जांच में निराधार पाई गई।

कोतवाली पुलिस ने स्कूल के पूर्व प्राचार्य फादर पोल्सन एनपी, वर्तमान प्राचार्य फादर अनिल बारा, क्लर्क विनोद मुरप्पा, कोऑर्डिनेटर प्रियंका पीटर, संस्था के संचालक मैनेजर फादर थामस केडीओ प्रियम और पूर्व मैनेजर फादर अरुलानंदू के खिलाफ धारा 409 और 420 के तहत मामला दर्ज किया है। बता दें इस स्कूल के खिलाफ मिल रही शिकायतों की जांच के बाद कलेक्टर ने अभिभावकों से अनुचित तरीके से ली गई फीस को वापस कराया है। दूसरी तरफ स्कूल प्रबंधन अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बता रहा है l