(हरीश मिश्र) बचपन मासूमियत और खुशियों का दौर होता है, लेकिन जब कोई बच्चा अपहरण, गुमशुदगी या तस्करी का शिकायंर हो जाता है, तो उसकी दुनिया अंधेरे में खो जाती है। ऐसे बच्चों को उनके परिवार से मिलाने और सुरक्षित भविष्य देने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस ने ‘ऑपरेशन मुस्कान’ शुरू किया है। यह अभियान गुमशुदा बच्चों की तलाश के साथ-साथ समाज को जागरूक करने का भी प्रयास है।

   हर साल भारत में हजारों बच्चे लापता हो जाते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, इनमें से कई मानव तस्करी, बाल मजदूरी, भिक्षावृत्ति और यौन शोषण के शिकार होते हैं। ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि वह इन बच्चों को खोजकर सुरक्षित माहौल प्रदान करे।


पुलिस विशेष टीम बनाकर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, धार्मिक स्थलों, औद्योगिक इलाकों और होटलों में गुमशुदा बच्चों की तलाश करती है। बाल कल्याण समितियों और गैर-सरकारी संगठनों की मदद से इनकी काउंसलिंग कर उन्हें परिवारों से मिलाया जाता है। स्कूलों और स्थानीय प्रशासन की भी इसमें अहम भूमिका होती है।

हाल ही में इस अभियान के तहत कई गुमशुदा बच्चों को बरामद कर उनके परिवारों से मिलाया गया, जिससे साबित हुआ कि पुलिस और समाज मिलकर प्रयास करें तो खोए बचपन को लौटाना संभव है। 

ऑपरेशन मुस्कान केवल पुलिस अभियान नहीं, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से प्रेरित प्रयास है। समाज की भी ज़िम्मेदारी है कि वह इस अभियान में सहयोग करे और लापता बच्चों की सूचना दे। जब तक हर बच्चा सुरक्षित घर न पहुँचे, ऑपरेशन मुस्कान की आवश्यकता बनी रहेगी। 

ऑपरेशन मुस्कान

मंडीदीप पुलिस ने  6 बच्चे बरामद किए

रायसेन- लापता बच्चों की तलाश और पुनर्वास के उद्देश्य से पुलिस मुख्यालय द्वारा 'ऑपरेशन मुस्कान' चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार पांडेय के निर्देश पर जिले के सभी थाना प्रभारियों को नाबालिग बच्चों को ढूंढने के निर्देश दिए गए हैं।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी औबेदुल्लागंज श्रीमती शीला सुराणा के नेतृत्व में थाना प्रभारी मंडीदीप सुरेश मीना ने एक विशेष टीम गठित कर 6 नाबालिग बालक-बालिकाओं को ढूंढकर उनके परिजनों को सौंपा है।

पुलिस की इस कार्रवाई से परिवारों को राहत मिली है, और प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता दोहराई है।

संशोधित विवरण

Box 1️⃣
23 अक्टूबर 2023 को एक व्यक्ति ने अपनी 17 वर्षीय नाबालिग पुत्री के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर अपराध क्रमांक XX/23 धारा 363 आईपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की गई। 13 फरवरी 2025 को बालिका को ग्राम खंभेल, अहमदाबाद (गुजरात) से दस्तयाब किया गया।

Box 2️⃣
12 मार्च 2023 को एक महिला ने अपनी 17 वर्षीय पुत्री के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर अपराध क्रमांक XX/23 धारा 363 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने 20 फरवरी 2025 को बालिका को बैतूल से बरामद किया।

Box 3️⃣
27 दिसंबर 2024 को एक व्यक्ति ने अपने 17 वर्षीय नाबालिग पुत्र के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपराध क्रमांक XX/24 धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने 1 फरवरी 2025 को मंडीदीप से बालक को दस्तयाब किया।

Box 4️⃣
31 जनवरी 2025 को एक महिला ने अपने 15 वर्षीय पुत्र के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर अपराध क्रमांक XX/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने 2 फरवरी 2025 को बालक को दस्तयाब किया।

Box 5️⃣
3 फरवरी 2025 को एक महिला ने अपने 12 वर्षीय पुत्र के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपराध क्रमांक XX/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने 6 फरवरी 2025 को बालक को दस्तयाब किया।

Box 6️⃣
18 जनवरी 2025 को एक व्यक्ति ने अपनी 17 वर्ष 7 माह की नाबालिग पुत्री के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर अपराध क्रमांक 19/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने 19 फरवरी 2025 को बालिका को नर्मदापुरम से बरामद किया।