जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का हुआ समापन

देवास l कृषि उपज मंडी क्रमांक 02 देवास मेंआत्मा उद्यानिकी विभाग एवं कृषि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से दो दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला सह प्रदर्शनी का समापन वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री आरपी शर्मा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस दौरान वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिवाकरसिंह तोमर, डॉ. के.एस भार्गव, डॉ. अरविन्दर कौर व नाबार्ड के जिला उप प्रबंधक श्री ओजस्वी दीक्षित, उप संचालक कृषि श्री गोपेश पाठक, प्रगतिशील कृषक श्री जगदीश नागर, धर्मेन्द्र सिंह राजपूत सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं कृषि वैज्ञानिक, कृषकगण सहित अन्य संबंधित उपस्थति थे।
मेले के अंतिम दिवस कृषि वैज्ञानिक डॉ. आर पी शर्मा ने खेती की उन्नतशील तकनीक के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने जिले के किसानों से कहा ग्रीष्म कालीन मूंग को शीघ्र पकाने के लिए नींदानाशक विशेषकर ग्लावयफोसेट, पेराक्वाट का प्रयोग नहीं करें। मूंग में इन रसायनों के प्रयोग से हमारे पर्यावरण के साथ मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। मूंग की बोवनी विलम्ब से न करें। मूंग के स्थान पर चंवला, उड़द, मक्का की बोवनी करें।
कार्यक्रम में डॉ. के.एस भार्गव ने जल संरक्षण के महत्व के बारे में कृषकों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किस तरह से कम पानी में अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। अनावश्यक पानी देने से फसल व मिट्टी की क्षारीय होने की संभावनाएं बनती है, जो उपज को प्रभावित करती है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिवाकरसिंह तोमर ने सोयाबीन उन्न्तशील प्रजातियों के बारे में जानकारी दी। साथ ही प्रगतिशील कृषक श्री जगदीश नागर व धर्मेन्द्रसिंह राजपूत ने भी संबोधित करते हुए कृषि से संबंधित अपने अनुभवों को साझा किया।
इस अवसर पर पशु चिकित्सक डॉ. जैन, उद्यान विभाग के उद्यान विकास अधिकारी श्री दोहरे एवं मत्स्य निरीक्षक श्री मानकर ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से कृषकों को बताया। मेले के समापन अवसर पर विकासखण्ड एवं जिलास्तर पर सर्वोत्तम कृषकों को एवं जिलास्तरीय कृषक समूह को सम्मानित किया गया। मेले में विभिन्न शासकीय विभाग एवं निजी क्षेत्रों द्वारा प्रदर्शनियां लगाई गई। उन्नतशील कृषि यंत्र, उन्नतशील प्रजातियों के बीज, उर्वरक आदि मेले का मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे।कृषि विज्ञान मेले में परियोजना संचालक आत्मा श्री मथुरालाल सोलंकी, उप संचालक उद्यानिकी श्री पंकज शर्मा, सहायक संचालक कृषि श्री विलास पाटिल, श्री लोकेश गंगराड़े, श्रीमती कल्पना तिर्की सहित कृषि विभाग व उद्यानिकी विभाग तथा आत्मा योजना के अधिकारी/कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।