कटनी l मुड़वारा विधायक संदीप जायसवाल ने अपनी मां की अंतिम इच्छा पूरी करते हुए उनके नेत्र को दान कर दिया है। विधायक जायसवाल की मां सरोज जायसवाल ने लंबे वक्त से बीमार चल रही थी। इसी दौरान उन्होंने पांच अप्रैल की शाम को अंतिम सांस ली। लेकिन वो मरने से पहले अपनी आंखें किसी और को दान करना चाहती थी। इसलिए विधायक संदीप जायसवाल ने उनके निधन के पश्चात उनकी अंतिम इच्छा पूरी करते हुए नेत्रदान की प्रक्रिया कराई गई। उनके द्वारा किया गया यह कार्य सेवा भाव का जीवंत उदाहरण बना। नेत्रदान के इस पुनीत कार्य ने न सिर्फ सरोज जायसवाल को अमर बना दिया, बल्कि समाज को भी प्रेरणा दी है कि मृत्यु के बाद भी किसी के जीवन में रोशनी लाना संभव है। नेत्रदान के इस पुनीत कार्य ने न सिर्फ सरोज जायसवाल को अमर बना दिया, बल्कि समाज को भी प्रेरणा दी है कि मृत्यु के बाद भी किसी के जीवन में रोशनी लाना संभव है। यदि हर व्यक्ति ऐसी सोच अपनाए, तो अंधकार में जी रहे कई लोगों के जीवन में उजाला किया जा सकता है।