Media Today और GTF द्वारा शिक्षा कानक्लेव 2025 का सफल आयोजन

इंदौर l मीडिया टुडे और ग्लोबल ट्रंफ फाउंडेशन (जीटीएफ) के संयुक्त तत्वावधान में शेरेटन ग्रांड पैलेस इंदौर में "शिक्षा कॉन्क्लेव-2025" का भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, डिजिटल परिवर्तन और समावेशी विकास को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि भारत सरकार के डिप्टी डायरेक्टर एमएसएमई गौरव गोयल व आईआईएम अहमदाबाद के एल्लुमनाई पी के राजपूत के साथ इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेश सिंह भदौरिया, लेफ्टिनेंट कर्नल डाॅ.अजय सिंह ठाकुर साईबर क्राइम इंदौर के प्रमुख अधिकारी राजेश दंडोतिया, मीडिया टुडे के फाउंडर डायरेक्टर अनुज यादव, किसान की गाथा समाचार पत्र के चीफ एडिटर रामस्वरूप लोवंसी ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध नाद योग गुरुकुल की डाॅ.रागिनी मक्कड़ एवं उनकी शिष्याओं द्वारा भारतीय परंपरा के प्रतिमान गणेश वंदना की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। अवसर पर शिक्षा, प्रौद्योगिकी, और नीति निर्माण से जुड़े देशभर के प्रख्यात विद्वान, शिक्षाविद्, और उद्योग विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। कॉन्क्लेव में "21वीं सदी में शिक्षा का भविष्य", "डिजिटल लर्निंग का प्रभाव", और "स्किल डेवलपमेंट और रोजगार" जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।
मुख्य वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा, "शिक्षा केवल ज्ञान का प्रसार नहीं, बल्कि समाज को सशक्त बनाने का माध्यम है। हमें ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करनी होगी जो समावेशी, नवाचारी और भविष्योन्मुखी हो।"
कॉन्क्लेव में पैनल चर्चाएँ, कार्यशालाएँ और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए गए, जिनमें प्रतिभागियों ने शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान कई स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा किए।
मीडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर अजय प्रताप सिंह ने कहा, "यह कॉन्क्लेव समग्र शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा लक्ष्य है कि इस तरह के आयोजन देशभर में शिक्षा की समग्रता के स्तर को ऊपर उठाने में योगदान दें।"
जीटीएफ के फाउंडर डायरेक्टर अमित जैन ने आयोजन की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "हम शिक्षा और प्रौद्योगिकी के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह कॉन्क्लेव उस दिशा में एक मील का पत्थर है।"
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षाविद, महिला उद्यमी एवं प्रगतिशील किसान एवं एफपीओ संगठन, अभिभावक और नीति निर्माता शामिल हुए। आयोजन के अंत में सभी प्रतिभागियों और प्रायोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।