वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता एवं दया भावना का विकास आवश्यक है : राज्यमंत्री श्री अहिरवार
भोपाल l वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री दिलीप सिंह अहिरवार ने कहा है कि वन्यजीवों को बचाने के लिये लोगों के मन में वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता और दया भावना का विकास आवश्यक है। वन विभाग राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में राज्यस्तरीय वन्यजीव सप्ताह 2024 के शुभारंभ अवसर पर उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि आम लोगों में वन्यजीव के प्रति जागरूकता बढ़ाने और अपनत्व की भावना विकसित करने की दृष्टि से प्रतिवर्ष अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में वन्य जीव सप्ताह मनाया जाता है।
राज्यमंत्री श्री अहिरवार ने कहा कि वन्यजीवों के संरक्षण में जनता की भागीदारी को भी यथोचित स्थान मिलना अति आवश्यक है। जन-जागरूकता का अभाव, वन्यजीवों के प्रति अज्ञानता एवं अंधविश्वास भी वन्यजीवों के संरक्षण में बाधक है। उन्होंने कहा कि विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर के शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में वन्यजीव एवं पर्यावरण संरक्षण विषय को अनिवार्य किया जाना चाहिए। राज्यमंत्री श्री अहिरवार ने कहा कि वनों एवं वन्यजीवों के संरक्षण के लिये पंचायत स्तर पर जनजागरण कार्यक्रम आयोजित कर वन्यजीव संरक्षण को काफी हद तक सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि राज्यस्तरीय वन्यजीव सप्ताह-2024 का समारोह प्रत्येक जिले में किया जा रहा है। राज्यमंत्री श्री अहिरवार ने कहा कि सम्राट अशोक के शासनकाल में भी वन्यजीवों के लिये अभय वन बनाये जाते थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उद्यानों में सिर्फ वन्य जीवों का संरक्षण भर नहीं होता है बल्कि जैव विविधता का भी संवर्द्धन होता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में राष्ट्रीय उद्यान ही देश के ऐसे संरक्षित वन हैं, जहां वनस्पति एवं वन्य जीव दोनों सुरक्षित है। राज्यमंत्री श्री अहिरवार ने वन्यजीवों पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और उसका अवलोकन किया। इस अवसर पर राज्यमंत्री श्री अहिरवार ने वनों और वन्यप्राणियों के संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा की शपथ भी दिलाई।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में राज्यस्तरीय वन्यजीव सप्ताह 2024 का आयोजन एक अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक आयोजित किया जायेगा। आज शुभारंभ अवसर पर स्कूली बच्चों के पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई।जिसमें विभिन्न स्कूलों के सैकड़ो विद्यार्थियों ने भाग लिया। वन्यजीव सप्ताह में प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेगी।
कार्यक्रम में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक श्री व्ही एन अंबाडे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (उत्पादन) श्री एच. यू. खान, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास) श्री यू.के. सुबुद्धि, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (समन्वय) श्री सुदीप सिंह, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रोजेक्ट) श्री मोहनलाल मीना, संचालक वन विहार और विभिन्न स्कूलों के शिक्षक - विद्यार्थी उपस्थित रहे।