खंडवा l कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह द्वारा नवीन निर्मित विकासखण्ड स्तरीय मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं को युवा उद्यमियों/संस्थाओं के माध्यम से प्रारंभ तथा संचालित किया जाकर मृदा नमूना परीक्षण हेतु जिला स्तरीय परीक्षण समिति गठित की गई हैं। यह समिति विभिन्न संस्थाओं व युवा उद्यमियों से प्राप्त होने वाले आवेदनों के परीक्षण एवं अन्य संबंधी कार्यवाही करेंगी। किसान कल्याण तथा कृषि विकास उप संचालक श्री के.सी. वास्केल ने बताया कि गठित जिला स्तर समिति द्वारा पोर्टल से प्राप्त संस्था आवेदनों के दस्तावेजों का परीक्षण कर योजना के दिशा निर्देशानुसार पिछले वित्तीय वर्ष के लिये उच्चतम वार्षिक कारोबार व संस्था के द्वारा चयनित प्राथमिकता के क्रम के आधार पर तीन वर्ष के लिये विकासखण्डवार चयनित सूची व दो वर्ष के लिये प्रतिक्षा सूची का चयन किया गया। चयन उपरांत चयनित संस्था के मूल दस्तावेजों का सत्यापन किया गया।

       उप संचालक श्री वास्केल ने बताया कि संस्था प्रागदेव इंटरनेशनल फॉर्मर प्रोड्युसर कंपनी को विकासखण्ड पंधाना, बालाजी सीड्स एण्ड एग्रीटेक को विकासखण्ड छैगांवमाखन, तिरूपति सीड्स एण्ड बायोटेक को विकासखण्ड बलड़ी, माँ नर्मदा किसान उत्पादक को विकासखण्ड पुनासा, राधिका एग्रीकल्चर कॉपरेटिव सोसायटी लिमिटेड को विकासखण्ड हरसूद के लिये प्रयोगशाला आंवटन कार्य आदेश जारी किए गए हैं। विकासखण्ड खालवा के लिये संस्था का चयन प्रक्रियाधीन है। आवंटित संस्थाओं को योजना के निर्देशानुसार अनुबंध कर प्रयोगशाला हस्तान्तरण की प्रकिया की जायेगी जिसके उपरांत इन संस्थाओ के माध्यम से आंवटित विकासखण्डों में किसानों के खेत की मिट्टी का नमूना परीक्षण किया जायेगा। परीक्षण उपरांत किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध भी कराया जायेगा। जिसमें जिले के किसान भाई खरीफ एवं रबी मौसम में अपने विकासखंड स्तर पर ही फसलों की बोनी के पूर्व मृदा परीक्षण कराकर मृदा परीक्षण कार्ड के अनुसार संतुलित उर्वरकों की अनुशंसित मात्रा का उपयोग करेंगे जिससे अत्याधिक उर्वरकों का उपयोग करने से बच सकेंगे, साथ ही मृदा का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।