भोपाल l मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भोपाल में 43वें बैच के उप पुलिस अधीक्षकों के बुनियादी प्रशिक्षण के दौरान सेवा में उन्मुखीकरण हेतु एक विशेष सत्र मंगलवार 14 मई को आयोजित किया गया। इस सत्र में श्री संजय दुबे, प्रमुख सचिव गृह विशेष रूप से उपस्थित हुये। श्री दुबे ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सेवा में सफलता हेतु उपलब्धता,उत्सुकता एवं उद्यमिता के तीन सूत्र बताये। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि वर्दी धारण करते ही आपको जनता के लिए हर समय उपलब्ध रहना होगा। आपका यह उत्तरदायित्व है कि आपके पास आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को आप सुनें और उसकी समस्या का कानूनी तरीके से समाधान करें। आप दो वर्ष के प्रशिक्षण में तो पुलिसिंग का प्रशिक्षण हासिल करेंगे ही लेकिन प्रशिक्षण के उपरान्त भी आपको सम्पूर्ण सेवाकाल में सीखने के लिए उत्सुक रहना होगा, तभी आप अपनी नौकरी के साथ न्याय कर पाएंगे। श्री दुबे ने कहा कि उद्यमिता ही एक शासकीय सेवक को सफल बनाती है। आपको हर समय कड़ी मेहनत से अपना कार्य करते हुए जनता के बीच अपनी अच्छी छवि निर्मित करनी है। उन्होंने प्रशासनिक सेवाओं में समन्वय एवं समर्पण से कार्य करने की सलाह भी दी। श्री दुबे ने कहा कि पुलिस सेवा में रहकर हमें कमजोर वर्गों की सहायता करने के लिये हमेशा तत्पर रहना चाहिये। इस अवसर पर पुलिस मुख्यालय की प्रशिक्षण शाखा की विशेष पुलिस महानिदेशक श्रीमती अनुराधा शंकर ने भी प्रशिक्षुओं को संबोधित किया। उन्होने बताया कि सभी प्रशिक्षु अधिकारी लोक सेवक की श्रेणी में आते हैं, जिन्हें संविधान व कानून की मंशा के अनुरूप निर्भीकता व स्वतंत्रता से कार्य करना चाहिये। उन्होंने प्रशिक्षण की महत्ता को रेखांकित करते हुये प्रशिक्षुओं को अपना संपूर्ण प्रशिक्षण पूरे मनोयोग से प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया।

            कार्यक्रम में स्वागत भाषण व प्रशिक्षण की रूपरेखा अकादमी के उप निदेशक श्री मलय जैन ने प्रस्तुत की तथा पुलिस अधीक्षक, पीटीएस भौंरी श्रीमती रश्मि पाण्डेय ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक (प्रशिक्षण) श्री नीरज पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर श्रीमती इरमीन शाह,समनि, पुलिस मुख्यालय एवं पुलिस अकादमी के सभी अधिकारी, प्रशिक्षक व स्टाफ उपस्थित रहे।