रबी सीजन के लिए कोलार परियोजना की दोनों मुख्य नहरे खोली गई
भोपाल l रबी सीजन के लिए कोलार सिंचाई परियोजना के अंतर्गत कोलार बांध की दाईं तथा बाईं मुख्य नहर आज सुबह खोल दी गई हैंl कोलार परियोजना की कार्यपालन यंत्री श्रीमती हर्षा जैनवाल बताया कि कोलार परियोजना से रेहटी तथा भेरूंदा की 40,000 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई होती है।
कोलार परियोजना की कार्यपालन यंत्री श्रीमती हर्षा जैनवाल ने कोलार परियोजना क्षेत्र के किसानों से सिंचाई नाली के माध्यम से होने वाले पानी के अपव्यय को रोकने अपील की है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि दिन रात लगातार पानी देकर पानी का सदुपयोग मितव्यतता से करे तथा रात्रिकालीन पानी देते समय सतत् निगरानी रखे जिससे पानी व्यर्थ न बहे। विभाग द्वारा सभी माइनर, सबमाइनर का सफाई कार्य किया जा रहा है इसमें जो सुझाव हो उन्हें अनुविभागीय अधिकारी तथा उपयंत्री के माध्यम से भेजें। वाटरकोर्स, सिंचाई नाली, फील्डचैनल को कृषक पानी आने के पूर्व स्वयं सफाई कर लें, एवं नहरी जल का वितरण कोलाबे से ही करे ।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि नहर काटना, नहर प्रवाह में रोक लगाना (हेड अप लगाना) नीचे के कृषकों का पानी रोकना कानूनी अपराध है। ऐसा करने से नहर प्रणाली में बाधा पडती है। किसान ऐसा न करें। जहां भी नहरों को क्षति पहुंचाई जा रही हो उसकी सूचना तत्काल कोलार परियोजना के अधिकारियो को देने की अपील की। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सिंचाई के लिए गलत तरीकें न अपनाएं। सिंचाई शुल्क समय पर जमा कराकर एकल दर से अनुबंध कराएं जिससे किसान पौने दो गुनी दर से बच सकते है। सिंचाई एग्रीमेन्ट (करार) समय पर कराएं। उपलब्ध जल से रबी की फसलों में पलेवा और तीन पानी दिया जाना है। इसके लिए सहयोग करें।