कटनी  -  कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव नें निर्देशित किया है कि रबी विपणन वर्ष 2025-26 के गेंहूं उपार्जन की अवधि के दौरान उपार्जन केन्द्रों पर आने वाले किसानों के लिए सभी पर्याप्त सुविधाएं होनी चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर उपार्जन कार्य से जुड़े अधिकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्री यादव ने यह निर्देश शुक्रवार को समर्थन मूल्य पर गेंहू सहित अन्य फसलों के उपार्जन हेतु राज्य शासन की उपार्जन नीति में समाहित निर्देशों के पालन की समीक्षा बैठक के दौरान दिए।     कलेक्टर श्री यादव ने समर्थन मूल्य पर उपार्जन कार्य से संबद्ध अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में 17 मार्च से 5 मई तक गेहूं खरीदी का कार्य उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से किया जाना है। इसकी समुचित तैयारी सुनिश्चित किया जाए। साथ ही 31 मार्च तक समर्थन मूल्य पर गेहूं की ब्रिकी करने वाले किसानों का पंजीयन कार्य भी सतत रूप से जारी रखा जाये। समूची प्रक्रिया में यह विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए कि अन्नदाता किसानों को किसी भी हाल में किसी भी प्रकार की असुविधा या परेशानी न हो।     कलेक्टर श्री यादव ने कहा कि उपार्जन कार्य शुरू होने के पहले ही उपार्जन केन्द्रों पर आने वाले किसानों के लिए छाया की सुविधा के लिए शेड लगवाए जाए तथा पीने के पानी, प्रतीक्षा कक्ष, तौल कांटा, किसानों के बैठने के लिए दरियां, टेबिल कुर्सी तथा शौचालय आदि का भी प्रबंध पूर्ण कर लें। इसके अलावा समिति स्तर पर बिजली की सुविधा इंटरनेट कनेक्शन, इलेक्ट्रॉनिक उपर्जन उपकरण तथा किसानों को जानकारी देने के लिए सूचना पटल की व्यवस्था की जाए ताकि किसानों को सहजता से उपार्जन संबंधी जानकारी प्रदर्शित की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी की न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता लाएं ताकि गेहूं खरीदी केन्द्रों तक अधिकतम पंजीकृत किसान अपनी फसल लेकर पहुंच सके।     उल्लेखनीय है कि रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए जिले में 85 खरीदी के केंद्र बनाए गए थे। भारत सरकार द्वारा इस वर्ष 2025-26 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये घोषित किया गया है।