रायसेन l देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार के अनुसार, रायसेन का विभाजन किया जा रहा है। सांची को विदिशा, मंडीदीप को भोपाल, सुल्तानगंज को सागर में जोड़ने और बरेली को जिला बनाने का प्रस्ताव पुनर्गठन आयोग के पास प्रस्तुत किया गया है।

यह प्रस्ताव हमारे जिले के आर्थिक विनाश का कारण बनेगा।

विश्व धरोहर स्थली सांची, भीमबेटका, भोजपुर मंदिर, मृगेंद्रनाथ की गुफा, मां हिंगलाज मंदिर, बाड़ी हनुमान मंदिर, छींद, जामगढ़ आदि, जो मानव की आश्रय स्थली हैं, औद्योगिक केंद्र मंडीदीप, बारना जलाशय, सब कुछ छीनने की योजना है। ऐसे में हमारे पास बचेगा ही क्या? ऊपर किला और नीचे मिश्र तालाब।

इस मुद्दे पर आप सभी व्यापारी, अधिवक्ता, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, और राजनेता दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपने विचार रखें कि हमें क्या करना चाहिए? क्या जन आंदोलन किया जाए?  
हम किस तरह विभाजन के इस प्रस्ताव का शासन स्तर पर विरोध प्रकट करें?

आपके विचार ही इस आर्थिक विनाश को रोक सकते हैं।  

धन्यवाद,  
सादर,  
हरीश मिश्र  

नोट -( हम सभी अपने जिले के विकास के लिए राजनैतिक विचारधारा को त्याग दें )