छिंदवाड़ा l आज डॉ. पी. के. मिश्रा कुलपति जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के द्वारा श्री जितेन्द्र कुमार सिंह उप संचालक कृषि, डॉ. दिनकर शर्मा संचालक विस्तार सेवायें जबलपुर, डॉ. जी के कौतु संचालक अनुसंधान सेवायें जबलपुर एवं डॉ. विजय पराडकर डीन उद्यानिकी महाविद्यालय चंदनगांव छिंदवाडा के साथ ग्राम कुंडालीकला विकासखंड परासिया में सरसो फसल का अवलोकन किया गया। जिले में किसानों द्वारा कम पानी एवं कम लागत में लगने वाली रबी सीजन मे सरसो की फसल को अपनाया गया हैं, जिससे सरसो का क्षेत्रफल गत दो वर्षों में 3000 हेक्टेयर से बढ़कर 10 गुना लगभग 30000 हेक्टेयर तक विस्तारित हुआ है।

इसके साथ ही भारत सरकार की प्राथमिकता वाली कृषि मे प्राकृतिक पद्धति को अपनाने अंतर्गत ग्राम कुंडालीकला के कृषक श्री बलवीर चंद्रवंशी के द्वारा की जाने वाली प्राकृतिक खेती का अवलोकन किया गया। कृषक द्वारा बताया गया कि गतवर्ष प्राकृतिक पद्धति से 1.5 एकड़ मे मिर्च की खेती की जाकर रसायनों पर व्यय होने वाले खर्च को कम कर 5.00 लाख रूपये की शुद्ध आय प्राप्त की गई है। इस प्रकार कृषक द्वारा रसायन मुक्त कृषि की जाकर अनाज एवं सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा हैं। कृषक द्वारा स्थापित की गई प्राकृतिक उत्पाद निर्माण इकाई का भी अवलोकन कराया गया। कुलपति महोदय द्वारा कृषक के कार्यों की भारी सराहना की गई।

भ्रमण अंतर्गत वैज्ञानिकों द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र देलाखारी प्रक्षेत्र का भ्रमण किया गया। प्राकृतिक पद्धति से प्रक्षेत्र मे लगाई गई फसलों एवं प्राकृतिक खेती प्रदर्शन इकाई बीजामृत, जीवामृत, नीमास्त्र, अग्नेस्त्र एवं नीमास्त्र का अवलोकन किया गया। साथ ही जनपद पंचायत तामिया के सभाकक्ष में कुलपति महोदय की अध्यक्षता में जिला परामर्शदात्री की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कृषि संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। वैज्ञानिक, अधिकारियों एवं कृषकों से आवश्यक सुझाव प्राप्त किये गये।

दौरे के दौरान डॉ. पी.के. मिश्रा, कुलपति, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर के साथ श्री जितेंद्र कुमार सिंह, उप निदेशक, कृषि, डॉ. दिनकर शर्मा, निदेशक, विस्तार सेवाएं, जबलपुर, डॉ. जी.के.... कौन। शर्मा प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र देलाखारी तामिया, श्री. कौन। अहिरवार वैज्ञानिक,श्री प्रमोद सिंह उट्टी अनुविभागीय कृषि अधिकारी परासिया, श्री योगेश उइके वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी तामिया, कृषि विभाग का मैदाली अमला एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।