युवा किसान ने आधा एकड़ में शुरू की फूल व फल की खेती आमदानी बढ़ी तो डेढ़ एकड़ तक बढ़ाया रकबा

टीकमगढ़ l पढ़े लिखे किसान ने खेती का धंधा अपनाया है। युवा किसान ने फूल और फलों को खेती करना शुरू किया था, जो आज लाभ का धंधा बनकर मुनाफा देने लगी है। किसान का कहना है कि इसके लिए हमें मेहनत करने की जरूरत है, जिसकी सफलता आज सामने दिखाई दे रही है।
शहर से सटे हनुमान सागर गांव के रहने वाले युवा किसान सुरेंद्र राजपूत ने फूल और फलों की खेती करके अपनी आमदनी बढ़ाई। पहले आधा एकड़ में फूलों की खेती करके शुरुआत की थी। आमदनी अच्छी हुई तो सुरेंद्र ने डेढ़ एकड़ में व्यवसाय शुरू कर दिया। सुरेंद्र पेशे से सिविल इंजीनियर है लेकिन पिता के साथ हाथ बटाकर खेती को लाभ का धंधा बनाया।
सुरेंद्र राजपूत ने बताया कि खेत पर बगीचा तैयार किया है, जहां पर आधा एकड़ में गुलाब के फूलों की खेती के साथ साथ सेब, अंजीर, अमरुद, अनार, पपीता के पौधों को लगाया था। जो आज फल देने लगे हैं। साथ ही गुलाब के फूल की अच्छी खेती होने लगी है। बगीचे में पपीते के 50 पेड़, अनार के 40 पेड़, अमरुद के 50 पेड़ ,सेब के 25 पेड़ के साथ अंजीर के भी पेड़ लगाए हुए है। जिनसे हर सीजन में फल लेते हैं। सुरेंद्र राजपूत ने बताया 200 पेड़ सागौन के भी लगाए हैं।
सुरेंद्र बताते हैं कि मैंने आईटीआई, बीटेक, पॉलीटेक्निक की पढ़ाई की है। नौकरी का प्रयास किया तो दूर जाना पड़ रहा था। जिस पर हमने अपनी जमीन पर ही खेती करने का मन बनाया। फूलों की खेती करने पर विचार करके सबसे पहले आधा एकड़ में गुलाब के एक हजार पौधे लगाए।जिसमे मुनाफा मिला। इसी के साथ फलों के भी पौधे लगाए । जो 3 साल में फल देने लगे । सुरेंद्र ने बताया कि अब हमारी 2 लाख रुपए सालाना आय बढ़ गई है।