श्योपुर कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित किसान उत्पादक संगठनों के गठन और संवर्धन योजना के जिला स्तर पर संचालन एवं समीक्षा हेतु गठित जिला स्तरीय निगरानी समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिये कि जिले में संचालित एफपीओ को कृषि एवं अन्य आदान विभाग अपने-अपने विभागों में संचालित योजनाओं से जोडे तथा एफपीओ की गतिविधियों को बढाने के लिए सहयोग प्रदान करें। उन्होने कहा कि एफपीओ को बैंको के माध्यम से क्रेडिट लिकेंज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लीड बैंक आफिसर द्वारा बैंकर्स के साथ अलग से बैठक कराई जाये।

बैठक में उप संचालक कृषि श्री पी गुजरे, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ सुभाषबाबू दौहरे, सहायक आयुक्त सहकारिता श्री धु्रव कुमार झारिया, सहायक संचालक मत्स्य श्री बीपी झसिया, उद्यानिकी विस्तार अधिकारी श्री एसएस प्रजापति, कृषि वैज्ञानिक डॉ कायम सिंह सहित लीड बैंक आफिसर, मंडी सैकेट्री तथा एफपीओ के सीईओ उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड ने कहा कि एफपीओ के माध्यम से जैविक एवं प्राकृतिक खेती को बढावा दिया जाये। इसके साथ ही सब्जी उत्पादन एवं फलोत्पादन के रकबे को बढाने की दिशा में कार्य किया जायें। उन्होने कहा कि किसानों को ईफको के नैनो यूरिया तथा नैनो डीएपी के उपयोग के लिए प्रेरित करते हुए इसके लाभ बताये जाये। 500 एमएल नैनो यूरिया दो बीघा भूमि के लिए उर्वरक की पूर्ति करता है तथा रासायनिक उर्वरक की अपेक्षा सस्ता होता है। इसका उपयोग भी आसानी से किया जा सकता है। ड्रोन के माध्यम से भी इसका उपयोग किया जा रहा है।

उप संचालक कृषि श्री पी गुजरे ने बताया कि श्योपुर जिले में 18 एफपीओ फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाईजेशन है, जिनके द्वारा खाद, बीज, कीटनाशक, जैविक एवं प्राकृतिक खाद, जटीबुटी संग्रहण, बीज उत्पादन, फसल विपणन, नर्सरी, फलोत्पादन, मसाला निर्यात, कॉन्टेक्ट फार्मिग, वाटरशेड, पशु आहार आदि क्षेत्रो में कार्य किया जा रहा है।

ड्रोन का प्रदर्शन

बैठक के उपरांत श्योपुर क्रॉप प्रोड्यूसर कंपनी के सीईओ श्री सोनू शर्मा द्वारा ईफको के माध्यम से उपलब्ध कराये गये ड्रोन का प्रदर्शन भी किया गया। उन्होने बताया कि ड्रोन के माध्यम से इफको नैनो यूरिया एवं डीएपी का छिडकाव सुविधाजनक तरीके से किया जाता है। उन्होने बताया कि इसमें 10 लीटर का टैक लगा है, जिसमें नैनो यूरिया को पानी के साथ मिलाकर भरा जाता है और छिडकाव किया जाता है, इसके माध्यम से कीटनाशक का छिडकाव सुरक्षित और आसान है।