रानी अवंती बाई लोधी के आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरणा ले समाज – मंत्री श्री प्रहलाद पटेल

भोपाल l पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने क्षत्रिय लोधी समाज से अपने इतिहास को जानने और नई पीढ़ी को इससे अवगत कराने का आव्हान किया है। उन्होंने अमर शहीद रानी अवंति बाई लोधी के साहस और पराक्रम का जिक्र करते हुये कहा कि जिन आदर्शों और सिद्धान्तों को लेकर उन्होंने अंग्रजों से लड़ाई लड़ी और दो बार अंग्रेज शासकों को पराजित भी किया उससे समाज को सीख लेनी चाहिये। श्री पटेल आज अमर शहीद रानी अवंति बाई लोधी की 193 वीं जन्म जयंती पर उनकी जन्म स्थली ग्राम मनकेडी, बरगी में क्षत्रिय लोधी महासभा द्वारा आयोजित पौधारोपण के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहाँ रानी अवंति बाई लोधी उद्यान में पौधारोपण किया तथा रानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
कार्यक्रम में विधायक बरगी श्री नीरज सिंह, गोटेगांव विधायक श्री महेंद्र सिंह नागेश, पवई विधायक श्री प्रहलाद लोधी, पिछोर विधायक श्री प्रीतम सिंह लोधी, बड़ामलहरा की विधायक सुश्री रामसिया भारती, नगर पंचायत पाटन के अध्यक्ष आचार्य जगेंद्र सिंह, समाज के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कोक सिंह नरवरिया, समाज के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती तृप्ति सिंह, श्री शंकर महतो, समाज के प्रदेश के सभी जिलों से आये पदाधिकारी भी मौजूद थे।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि क्षत्रिय लोधी समाज का इतिहास गौरवशाली परंपराओं से भरा पड़ा है। इस समाज ने राजा हृदय शाह से लेकर रानी अवंती बाई लोधी तक कई प्रतापी शासक और क्रांतिवीर इस देश को दिये हैं, जिन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने में अपने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय दिया। लेकिन खेद का विषय है कि इस समाज ने अपने क्रांतिवीरों, आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले बलिदानियों को भुला दिया तथा अपने इतिहास और परम्पराओं को संजोने के कभी प्रयास नहीं किये। श्री पटेल ने कहा यह याद रखना होगा कि जिस समाज को अपने इतिहास का पता नहीं होता उसकी उम्र भी ज्यादा नहीं होती। यदि आपको अपनी सात पीढ़ियों का नहीं पता है तो आने वाली पीढ़ी भी आपको याद नहीं रखेगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री पटेल ने अमर शहीद रानी अवंति बाई लोधी के बलिदान का जिक्र करते हुये कहा कि मात्र 26-27 वर्ष की उम्र में उन्होंने जिन आदर्शों और सिद्धांतों को लेकर अंग्रजों से लड़ाई लड़ी उसे आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि रानी अवंति बाई लोधी ने अपने राज्य की गरीब और आदिवासी जनता पर अंग्रेजों द्वारा थोपे गये मनमाने कर का विरोध किया जबर्दस्ती वसूली के खिलाफ अंग्रजों से लड़ाई लड़ी। रानी ने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुये दो बार अंग्रेज सेना को पराजित भी किया और वीरगति को प्राप्त हुईं।
श्री पटेल ने इस मौके पर समाज के इतिहास को जानने के लिये अनुसंधान करने पर जोर देते हुये कहा कि हमें इतिहासकारों और लेखकों को चिन्हित करना होगा। उन्होंने समाज के ही प्रतिष्ठित व्यक्तियों, साहित्यकारों, कलाकारों, खिलाड़ियों, शिक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों, व्यावसायियों की पहचान कर उनका सम्मान करने की पंरपरा शुरू करने की जरूरत भी बताई। मंत्री श्री पटेल ने बच्चों खास तौर पर बेटियों को अच्छी शिक्षा देने, प्रकृति से प्रेम करने, पर्यावरण का
सरंक्षण करने, समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने तथा एकजुट होकर समाज को मजबूत बनाने का आव्हान भी लोधी क्षत्रिय समाज के लोगों से अपने संबोधन में किया। उन्होंने कहा कि यही रानी अवंति बाई लोधी को यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
रानी अवंति बाई लोधी के 193 वीं जन्म जयंती पर "एक पेड़ रानी अवंति बाई के नाम" से पौधारोपण के आयोजित इस कार्यक्रम को क्षत्रिय लोधी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष श्री कोक सिंह नवरिया, लोधी लोध समाज के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, विधायक सर्व श्री प्रीतम सिंह लोधी, प्रहलाद लोधी एवं नीरज सिंह, बड़ामलहरा विधायक सुश्री रामसिया भारती, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आशा गोंटिया, नगर परिषद पाटन के अध्यक्ष आचार्य जगेंद्र सिंह, श्री शंकर महतो, श्रीमती तृप्ति सिंह ने भी संबोधित किया तथा अमर शहिद रानी अवंति बाई लोधी के शौर्य और पराक्रम का स्मरण करते हुये समाज के लोगों से उनके आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया।