केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र एवं कृषि विभाग के द्वारा फसलों में किया गया संयुक्त सर्वेक्षण

डिंडौरी l केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र मुरैना एवं कृषि विभाग द्वारा विकासखण्ड डिण्डौरी के अंतर्गत ग्राम आमाचूहा, धमनगांव एवं जोगीटिकरिया में खरीफ फसलों में कीट एवं रोग का संयुक्त सर्वेक्षण किया गया। सर्वेक्षण के दौरान विभिन्न फसलों जैसे धान में ब्लास्ट रोग, उड़़द में पीला मोजेक रोग, अरहर में माहू कीट इत्यादि का प्रकोप देखा गया। कृषकों को फसलों में लगने वाले विभिन्न कीट एवं रोगों से बचाने के लिये एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन अपनाने हेतु सुझाव दिया गया साथ ही नीम ऑयल, फेरोमैन ट्रैप, एटोमोपैथोजेनिक फंगस आदि जैविक कारकों के उपयोग एवं लाभ के बारे में अवगत कराया गया। कृषकों को भारत सरकार द्वारा लॉन्च किये गये एन.पी.एस.एस. मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से फसल में लगने वाले कीट एवं बीमारियों का प्रबंधन कैसे कर सकते है की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उक्त सर्वेक्षण में श्री सुनीत कुमार कटियार वनस्पति संरक्षण अधिकारी, श्री अभिषेक सिंह बादल सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र मुरैना, श्रीमति आरती चौरसिया कृषि विस्तार अधिकारी, श्रीमति साधना तेकाम कृषि विस्तार अधिकारी, अशोक कोरी ए.टी.एम. एवं कृषक गण उपस्थित रहे।