जैविक खेती के उद्देश्यों को सामाजिक एवं वैज्ञानिक माध्यम से आगे बढ़ाना होगा

मंडला कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने कहा कि विश्व में खाद्य, भूमि और जल प्रणालियों को सुरक्षित रखने के लिए जैविक खेती को अपनाना जरूरी है। जैविक खेती से हम भोजन, पानी और अन्य संसाधनों को सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। हमें जैविक खेती के उद्देश्यों को सामाजिक एवं वैज्ञानिक माध्यम से आगे बढ़ाना होगा। किसानों के लिए कृषि एवं अन्य संसाधनों को विकसित करना होगा। इसके लिए हमें समुदाय के लोगों को जोड़ना होगा और उनसे समन्वय बनाकर काम करना होगा। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा गुरूवार को एमपीटी टूरिस्ट मोटेल मंडला में परियोजना मूल्यांकन और हितधारक परामर्श कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर आकिप खान, संयुक्त संचालक कृषि जबलपुर श्री केएस नेताम, उपसंचालक कृषि मधु अली, जिला समन्वयक प्रदान इरफान, ब्लॉक समन्वयक प्रदान सुश्री दिशानी, ब्लॉक समन्वयक प्रदान सौरभ सिंह, एग्रीकल्चर रिसर्ज ऑफिसर प्रदान सुश्री प्रज्ञा, एक्जीक्यूटिव प्रदान शाहिद, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. एके विश्वकर्मा, डॉ. केवी सहारे सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने कहा कि जैविक रूप से कृषि उत्पादनों को बढ़ाने के लिए हमें तकनीकि संसाधनों का उपयोग करना होगा। कृषि क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञों की मदद से किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करना होगा। इससे कृषि फसलों का उत्पादन बढ़ेगा और किसानांे के लिए कृषि की आय बढ़ेगी। प्रारंभ में इसके लिए किसानों को लघु स्तर पर खेती में परिवर्तन कर इसे बाद में वृहद स्तर पर करने के लिए प्रेरित करें। कृषि के क्षेत्र में जैविक रूप से खेती करने के लाभ के बारे में बताकर जन समुदाय को इससे जोड़ना होगा। इससे सफलता जरूर मिलेगी। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने कहा कि विश्व में लगातार खाद्य सुरक्षा की मांग उठ रही है, इसलिए जैविक खेती को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। बाजार में जैविक उत्पादनों की मांग लगातार बढ़ रही है, जिसके कारण शहरों मंे स्थित बाजार और शॉरूमों में भी जैविक उत्पादन का स्टॉल लगाया जा रहा है। जिससे अच्छाखासा मुनाफा होता है। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने इस पायलट प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए किसानों के कॉन्सेप्ट को क्लीयर कर उनका भरोसा जीतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को जैविक खेती से होने वाले लाभ एवं कार्यविधि के बारे में स्थानीय भाषा में प्रशिक्षण दें। किसानों के उत्पादन का विक्रय करने के लिए उन्हें बाजार से लिंकेज करें। जिससे किसानों को बाजार का लाभ मिल सके। किसानों को सफल बनाने के लिए उन्हें नवीन कृषि तकनीकि के बारे में बेसिक स्तर से जानकारी दें, प्रशिक्षण दें और मार्गदर्शन दें। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने कहा कि एकीकृत कृषि प्रणाली के लिए सौर सिचाई प्रणाली, खेती में स्थाई जल प्रबंधन को बढ़ाना होगा। जिससे किसानों को इस प्रोजेक्ट का लाभ मिल सके।