जनप्रतिनिधियों द्वारा मिलेट्स रथ को हरी झण्डी दिखाकर मिलेट्स रोड शो को रवाना किया गया।

बालाघाट कलेक्टर श्री मृणाल मीना के मार्गदर्शन एवं कृषि विभाग के नेतृत्व में मिलेट्स रोड 2024 रथ जिला मुख्यालय से होकर आठवें दिन शुक्रवार को विकासखण्ड मुख्यालय कंटगी पहुंचा। कार्यक्रम में माननीय जनप्रतिनिधियों द्वारा मिलेट्स रथ को हरी झण्डी दिखाकर मिलेट्स रोड शो को रवाना किया गया। जिसमें जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों के साथ-साथ लगभग 300 स्कूल छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। रोड शो की शुरुआत में जनप्रतिनिधियों के द्वारा मिलेट्स से निर्मित केक काटकार मिलेट्स उत्पाद को बढ़ावा देने के लिये प्रोत्साहित किया गया। मिलेट्स रथ के माध्यम से लाइव प्रदर्शनी तथा नागरिको के बीच मिलेट्स आधारित लोकगीत, गायन व छात्र-छात्राओं के नारे कोतुहल का विषय रहा। मिलेट्स रोड शो जनपद कार्यालय कंटगी परिसर से होते हुए प्रमुख स्थानों पर मिलेट्स नारो एवं गीत के माध्यम से श्रीअन्न के लाभ एवं महत्व को समझाया गया। साथ ही श्रीअन्न (मिलेट्स) की फसलों जैसे कोदो, कुटकी, सावां, ज्वार, बाजरा एवं रागी का क्षेत्र विस्तार, उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने तथा मिलेट्स उत्पादों की लाइव प्रदर्शनी से विभागीय अधिकारियों द्वारा मिलेट्स उत्पादों की जानकारी दी गई। वहीं मिलेट्स फसलों की उन्नत तकनीक और मिलेट्स उत्पादों का मूल्य संवर्धन, प्रसंस्करण व मार्केटिंग का प्रचार-प्रसार किया गया।
श्री अन्न (मिलेट्स) फसल कम वर्षा वाले क्षेत्रों में अच्छी तरह से उगायी जाती है। इस फसल को शुष्क जलवायु और पानी, उर्वरकों और कीटनाशकों की न्यूनतम आवश्यकता होती है। इसमें निम्न ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) होता है तथा यह मधुमेह की रोकथाम से भी जुड़ा होता है। यह आयरन, जिंक तथा कैल्शियम जैसे खनिजों का उपयुक्त स्रोत है। श्री अन्न ग्लूटेन मुक्त होता है और सीलिएक रोग के रोगियों द्वारा इसका सेवन भी किया जा सकता है। श्री अन्न का हाइपरलिपिडिमिया के प्रबंधन और रोकथाम और सीवीडी के जोखिम पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है। श्री अन्न वजन घटाने, बीएमआई और उच्च रक्तचाप में सहायक पाया गया है। श्री अन्न की खेती कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सहायता प्रदान करती है।
राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना ‘’रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना’’ के रूप में श्रीअन्न के बेहतर विपणन के लिये श्रीअन्न प्रोत्साहन कृषक उत्पादक संगठनों का महासंघ गठित कर इस वर्ष एफ.पी.ओ. के माध्यम से कोदो एवं कुटकी फसल का क्रय किया जाएगा। इस हेतु किसानों को इस वर्ष 20/- रूपये प्रति किलो की दर से कोदो और 30/- रूपये प्रति किलो की दर से कुटकी का भुगतान संबंधित एफ.पी.ओ. द्वारा किया जाएगा। राज्य शासन ऐसे किसानों को 10/- रूपये प्रति किलो की दर से अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि डी.बी.टी. के माध्यम से भुगतान करेगी।