कृषि में ड्रोन के उपयोग से समय की हो रही बचत और आसान हो रहा काम

डिंडौरी l क़ृषि में ड्रोन का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है।ड्रोन ने खेती में कीटनाशकों के छिड़काव का काम आसान कर दिया है।इससे किसानों की मेहनत और लागत में कमी आती है। जिससे उनका मुनाफा बढ़ता है। ग्राम मुडकी के कृषक श्री राम मिलन साहू द्वारा खेत पर इफको द्वारा प्रदाय ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया और नैनो डीएपी का छिड़काव किया जा रहा है। ड्रोन के माध्यम से तरल खाद उर्वरक का छिड़काव करने पर एकसमान छिड़काव तथा समय की बचत होती है। ड्रोन क्रय हेतु अनुदान - कस्टम हायरिंग सेंटर हेतु- राशि का 4 लाख अधिकतम किसान उत्पादक संघटन हेतु -कीमत का 75 प्रतिशत,राशि का 7.5 लाख अधिकतम कृषको हेतु -कीमत का 50 प्रतिशत, राशि का 5.00 लाख अधिकतम।
नमो ड्रोन दीदी योजना, कृषि सेवाओं के लिए महिलाओं के नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन तकनीक से लैस करने की केंद्रीय क्षेत्र की योजना है. इस योजना का उद्देश्य , चयनित महिला एसएचजी को कृषि के लिए ड्रोन देना है. इन ड्रोन की मदद से, किसानों को तरल उर्वरक और कीटनाशक जैसी सेवाएं दी जायेंगे।नमो ड्रोन दीदी योजना के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्राप्त करने का एक अद्वितीय अवसर मिलेगा, जिससे कृषि क्षेत्र में उर्वरक छिड़काव की दक्षता में सुधार होगा।