संतरे का बगीचा लगाकर संतरे से कमाये 5.88 लाख रूपये

नीमच जिले की जावद विकासखण्ड के ग्राम जनकपुर की महिला किसान पार्वतीबाई पति रामचंद्र पाटीदार द्वारा 10 वर्ष पूर्व 1.000 हैक्टेयर में 400 पौधे संतरे का बगीचा लगाया था, जिसमें ड्रिप संयंत्र स्थापित नही किया था, पानी की पर्याप्ता के कारण वे संतरों में सिंचाई, बहाव विधि से करते थे, पौधों को कम-अधिक सिंचाई करने से बगीचें में फ्लावरिंग नही हो पाती थी, जिसके कारण 50 से 60 प्रतिशत फल झड़ जाते थे एवं बगीचे में खरपतवार अधिक होने के कारण मजदुरी भी अधिक लग रही थी। विगत 01 से 02 वर्ष से बगीचे में अफलन की स्थिति निर्मित हो रही थी, इस संबंध में उन्होने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से चर्चा की, तो उन्होने ड्रिप संयंत्र स्थापित करने की सलाह दी।
पार्वती बाई पाटीदार ने वर्ष 2019-20 में उद्यानिकी विभाग की प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में ड्रिप संयंत्र लगाने के लिए आवेदन किया और कृषक अंश राशि 21 हजार 346 रूपये जमा कर, कुल लागत 40 हजार 412 रूपये का ड्रीप संयंत्र लगवाया। इस पर शासन की ओर से 19065 रूपये का अनुदान मिला। मजदूरी 52 हजार रूपये, खाद एवं दवाई 40 हजार रूपये अन्य खर्च 18 हजार रूपये इस प्रकार कुल लागत एक लाख 31 हजार 346 रुपये खर्च किए। ड्रीप संयंत्र स्थापित करने के उपरान्त समस्त 400 पौधों में पानी बराबर मात्रा में प्राप्त हुआ। जिससे पर्याप्त मात्रा में पौधों में नमी बनी रही एवं 40 से 50 प्रतिशत जल की भी बचत हुई। बचे हुए पानी से गर्मियों में सब्जीयों की खेती की। जिससे पार्वती बाई को अतिरिक्त आय हुई। फर्टिगेशन के माध्यम से जलविलय उर्वरक, सुक्ष्म पौषक तत्व आदि वेंचुरी के माध्यम से पौधो को दिया, जिससे पौधों पर फल अप्रैल माह तक रहे।
पार्वती बाई पाटीदार को 1.00 हैंक्टयेर में वर्ष 2022 में तकरीबन 400 क्विंटल संतरा का उत्पादन प्राप्त हुआ। जो 1800 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से विक्रय किया। जिससे पार्वती बाई को कुल आमदनी 7 लाख 20 हजार रूपये हुई है। जिसमें उसकी लागत निकाल कर शुद्ध मुनाफा 5 लाख 88 हजार रुपये प्राप्त हुआ। आज जनकपुर गांव संतरे की खेती के कारण समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहा हैं।