बालाघाट l रेडियो किसान दिवस के अवसर पर आकाशवाणी केंद्र में रेडियो किसान दिवस मनाया गया। श्री आरएल राउत वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम समन्वय कृषि विज्ञान केंद्र बड़गांव, डॉ बावसकर दत्ता जी  वैज्ञानिक केंद्रीय रेशम बोर्ड,श्री कुंवर विक्रम सिंह कार्यक्रम प्रमुख आकाशवाणी केंद्र बालाघाट, अजय व्यास सहा.पु. सूचना अधिकारी,श्री धीरज कुमार कार्यक्रम निष्पादक अकाशवाणी केंद्र बालाघाट, अजय बैंस सहित प्रगतिशील किसान सम्मिलित रहे।किसानों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम प्रमुख कुंवर विक्रम सिंह ने कहा कि केंद्र से किसानों के लिए विभिन्न कार्यक्रम प्रसारित होते हैं। केंद्र का यही प्रयास होता है कि किसानों को नई-नई जानकारी मिले जिसके लिए कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र से समन्वक  करके किसानों तक जानकारी पहुंचाई जाती है। रेडियो किसान दिवस की अवसर का आयोजन के माध्यम से किसानों के लिए किस तरह उपयोगी है माध्यम से जानकारी दी जा रही है। वरिष्ठ वैज्ञानिक और कार्यक्रम समन्वयक श्री आर एल राऊत ने रेडियो के महत्व बताते हुए कहा कि आज भी रेडियो है कल भी रहेगा। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा नई तकनीक को पहुंचने में रेडियो ने अहम भूमिका निभा रहा है। केंद्र द्वारा हेलो किसानवाणी कार्यक्रम के माध्यम से किसानों की जिज्ञासा और प्रश्नों का समाधान हो पा रहा है जिसमें विशेषज्ञ उपस्थित रहकर किसानों की समस्याओं का समाधान करते हैं।कार्यक्रम में डॉ बावसकर दत्ता वैज्ञानिक ने कहा कि कृषि के विस्तार और प्रचार प्रसार में रेडियो ने काफी महत्पूर्ण भूमिका निभाई है ।आज भी गांव में लोग रेडियो सुनते हैं और कृषि में हो रहे नवाचारों, को जान पाते हैं। कृषि विभाग की विभिन्न योजनाएं रेडियो के माध्यम से पहुंचती है। कार्यक्रम में श्री धीरज सिंह, कार्यक्रम निष्पादक ने मोबाइल ऐप और नई तकनीक से रेडियो कैसे सुन सकते हैं इसके बारे में विस्तार से किसानों की जानकारी दी। कहां की केंद्र द्वारा युवाओं के लिए किसानों के लिए कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण होते हैं। कार्यक्रम का संचालन अजय बैस द्वारा किया गया। तकनीकी सहायक के रूप में आर एल. कटरे,मनीषा गोस्वामी कंपेयर  रहे। इस अवसर पर प्रगतिशील किसान श्री जियालाल राहगडालें, यशवंत लिलहरे ,विशाल कटरे, आनंद  मंदरेले, नीतू  नगपूरे, मोहित गाड़े, रामलाल कोर्राम ,सेवकराम शिववशी,अर्जुन ठकरेले, गुरुदयाल तामेश्वर, देवराम धामडे, शहनाज खान प्रगतिशील कृषकों ने कृषि में कर रहे नवाचार प्रकृतिक,खेती और रेडियो की महत्व पर विस्तृत जानकारी रेडियो के माध्यम से दी।