रीवा l कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल के मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केन्द्र रीवा में औषधीय खेती का दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। मध्यप्रदेश राज्य औषधि पादप बोर्ड के तत्वाधान में देवारण्य योजना के तहत एक जिला एक औषधि पादप हरिद्रा अर्थात हल्दी की खेती का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का शुभारंभ कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ एके पाण्डेय ने किया। इस संबंध में जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ शारदा मिश्रा ने बताया कि प्रशिक्षण 16 एवं 17 अप्रैल को आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जिले के 10 चुने हुए मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया। इनके द्वारा विकासखण्ड स्तर पर आयोजित प्रशिक्षण में किसानों को हल्दी एवं अन्य औषधीय पौधों की खेती की उन्नत तकनीक की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण में औषधीय पौधों की खेती, संग्रहण एवं भंडारण की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के विभिन्न विशेषज्ञों ने हल्दी की खेती एवं इसके प्रसंस्करण से संबंधित प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में उद्यानिकी विभाग, कृषि विभाग, आजीविका मिशन तथा एफपीओ एवं प्रगतिशील किसानों की सहभागिता रही।