पन्ना l जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा गुरूवार को पन्ना विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मनौर के जरूआपुर ग्राम में कृषक जल चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल सह कार्यशाला में उपस्थित किसानों को जल के उचित प्रबंधन के लिए सूक्ष्म सिंचाई पद्धति का उपयोग कर उत्पादन बढ़ाने के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कृषकों को उद्यानिकी फसलों की खेती और विभागीय योजनाओं का लाभ प्राप्त कर उन्नतशील खेती करने के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जरूआपुर एवं कुंजवन क्षेत्र के कृषक अपने परिश्रम की बदौलत बेहतर कृषि एवं सब्जी उत्पादन कर रहे हैं। साथ ही विभागीय योजनाओं की मदद से आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर आर्थिक रूप से सशक्त बनने के लिए भी प्रयत्नशील हैं। यह सराहनीय कार्य अन्य कृषकों के लिए भी अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि कृषक गैर परंपरागत कृषि को अपनाने के लिए आगे आएं। विशेषकर उद्यानिकी फसलों की खेती कर समृद्धशाली बनें और अन्य किसानों को विशेषकर युवा किसानों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर कृषकों के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। साथ ही फसल और उत्पाद विक्रय के लिए विभाग द्वारा आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाए। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा कृषकों के हित में कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। कृषक शासकीय योजनाओं का लाभ भी जरूर प्राप्त करें।जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी ने जरूआपुर गांव में जल चौपाल और किसानों द्वारा पानी के सीमित संसाधन के बावजूद आधुनिक एवं उन्नत खेती के प्रयासों की सराहना करते हुए जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल स्त्रोतों के संरक्षण और पानी बचाने के लिए जनसहभागिता की अपील की। उन्होेंने कहा कि किसान फसल कटाई के बाद नरवाई न जलाएं। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति प्रभावित होती है। जिपं सीईओ ने अन्य ग्रामवासियों से भी खेती में नवाचार के जरिए पैदावार बढ़ाने और इसके लिए अन्य कृषकों को भी जागरूक करने की नसीहत दी। उन्होंने ग्रामवासियों से टमाटर उत्पादों के लिए प्रसंस्करण यूनिट स्थापित करने की अपेक्षा की। परियोजना अधिकारी संजय सिंह परिहार द्वारा विभागीय प्रयास से जिले में प्रदेशव्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत क्रियान्वित विभिन्न कार्यों के बारे में अवगत कराया गया। सहायक संचालक उद्यानिकी पी.के. श्रीवास्तव ने अभियान के दौरान आयोजित की जाने वाली तीन विभागीय गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। साथ ही किसानों से टपक सिंचाई के माध्यम से सब्जी उत्पादन करने तथा इससे पानी की बचत के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण योजना को लाभकारी बताया। साथ ही स्थानीय ग्रामवासियों से इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ प्राप्त कर स्वयं की यूनिट स्थापना की अपील भी की। इस दौरान किसानों को विभाग स्तर पर आयोजित कृषक प्रशिक्षण सह कार्यशाला एवं विभिन्न स्थानों पर भ्रमण सहित पाली एवं नेट हाउस की स्थापना तथा जैविक एवं प्राकृतिक खाद के उपयोग से होने वाले लाभों की जानकारी दी गई। ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी संजीत सिंह बागरी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस दौरान विभाग की विभिन्न योजनाओं और उद्यानिकी खेती के लिए किसानों को लाभप्रद जानकारी से अवगत कराया। कार्यक्रम में सरपंच प्रकाश मजूमदार सहित तकनीकी सहायक आरती सिंह एवं बड़ी संख्या में स्थानीय कृषक भी उपस्थित रहे।