झाबुआ l मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजनान्तर्गत आज जिला स्तरीय “लाड़ली लक्ष्मी उत्सव” कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया की अध्यक्षता एवं कलेक्टर नेहा मीना की उपस्थिति में आजीविका भवन में आयोजित किया गया। प्रदेश में बालिका जन्म के प्रति सकारात्मक सोच, लिंग अनुपात में सुधार, बालिकाओं की शैक्षणिक स्तर तथा स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार एवं उनके अच्छे भविष्य की आधारशिला रखने के उद्देश्य से लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रारम्भ की गयी थी। लाड़ली लक्ष्मी योजनान्तर्गत जिले में 77512 बालिकाओं को लाभांवित किया गया है।

कार्यक्रम का शुभारम्भ:-

      लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित एवं उपस्थित लाड़‌ली लक्ष्मियों का पूजन कर किया गया।

मुख्य कार्यक्रम:-

        कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने अपने उद्‌बोधन में कहा कि प्रदेश में शहरी एवं ग्रामीण बच्चियों को शैक्षणिक समानता एवं लैंगिक समानता की सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लाड़‌ली लक्ष्मी योजना प्रारम्भ की गयी थी। गरीब परिवारों की बच्चियों के लिए शैक्षणिक खर्चा वहन करने हेतु सरकार द्वारा आर्थिक रूप से सहायता की जाती है। उन्होंने कहा कि यहाँ उपस्थित लाड़‌ली लक्ष्मियाँ भविष्य के प्रति आशान्वित है और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने की प्रबल इच्छा शक्ति रखती है। उन्होंने लाड़ली लक्ष्मियों से कहा कि सदैव सपनों की ऊंची उड़ान रखे और उसे प्राप्त करने हेतु निरन्तर प्रयास और मेहनत करते रहे। अपने जीवन के लक्ष्य से भ्रमित ना हो और बड़ों व शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त करते है। सदैव बड़े बुजुर्गों एवं शिक्षकों का सम्मान करे। जीवन में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी जरूरी है जिससे श्रेष्ठ सामाजिक तानाबाना बना रहता है। उन्होंने उपस्थित सभी लाड़‌ली लक्ष्मियों को भविष्य के लिए शुभकामना दी। इस अवसर पर उन्होंने कलेक्टर नेहा मीना को मिले पीएम एक्सिलेंस अवॉर्ड के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि कुपोषण मुक्त झाबुआ अभियान की पहल “मोटी आई” पूरे देश में छा गई है। इसे पूरे प्रदेश में लागु करने के प्रयास निरंतर जारी है। कलेक्टर नेहा मीना ने लाड़‌ली लक्ष्मियों से कहा कि जीवन में आवश्यक है कि आप आर्थिक रूप से सक्षम बने और आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए अपने लक्ष्य को निर्धारित करते हुए मेहनत करे। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए आज से निर्धारित करे कि आने वाले 10 से 15 वर्षों में अपने आप को लिए कहा देखते है। देश और समाज के विकास में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करते हुए निजी उपलब्धियाँ प्राप्त करे। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों से कहा कि बच्चियों को आर्थिक स्वतंत्रता के महत्व को बताए एवं उसे प्राप्त करने के लिए सदैव सपोर्ट करें। इसी के साथ कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम को कुपोषण मुक्त झाबुआ के तहत “मोटी आई” कैंपेन में अच्छा प्रदर्शन करने एवं राष्ट्रीय स्तर पर गौरव प्राप्त करने के लिए साधुवाद दिया। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिलা एवं बाल विकास विभाग श्री आर एस बघेल ने अवगत कराया कि जिल में अब तक कुल 77512 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है। वर्तमान में कक्षा 6 टी में प्रवेश पर 13250 लाभार्थी, कक्षा 9 वीं में प्रवेश पर 5040 लाभार्थी, कक्षा 11 वीं में प्रवेश पर 1330 लाभार्थी, कक्षा 12 वीं में प्रवेश पर 655 और कॉलेज में प्रवेश होने पर 10 लाड़ली लक्ष्मियों को छात्रवृत्ति लाभ प्रदान किया गया। 

लाड़‌ली लक्ष्मी के अनुभव:-

        लाड़‌ली लक्ष्मी उत्सव के दौरान जिले की लाड़ली लक्ष्मी कु. अनुष्का सिंह यादव, कु. दिव्यांगना शर्मा और अन्य बच्चियों ने मंच पर उपस्थित होकर अपने अनुभव साझा किये ।

आत्मरक्षा डेमोंसट्रेशन:-

          लाड़ली लक्ष्मी उत्सव में बालिका इति श्रीवास्तव एवं बालक अजय देवल द्वारा आत्मरक्षा के तरीको का प्रदर्शन कर बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त होने पर स्वयं को खतरनाक स्थिति में बचाया जा सकता है।

प्रमाण पत्र वितरण:-

      अतिथियों द्वारा लाड़‌ली लक्ष्मी बालिकाओं को सम्मानस्वरूप प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। इस दौरान सहायक संचालक मबावि श्री अजय चौहान, सीडीपीओ श्रीमती प्रियंका बुनकर, जिम्मी निर्मल, महिला एवं बाल विकास का अमला, लाड़ली लक्ष्मी एवं उनके अभिभावकगण उपस्थित रहे।