मैं जिंदा हूं, सांसें ले रहा हूं... कागजों में तो मुझे मार डाला गया है

छिंदवाड़ा l एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां दमुआ रैय्यत पंचायत के निवासी उदयचंद उईके खुद को "जिंदा" साबित करने दस्तावेजों की फाइल लेकर अधिकारियों से गुहार लगाते दिखाई दिए। वर्ष 2020 में एक प्रशासनिक गलती के चलते उदयचंद को समग्र आईडी से "मृतक" घोषित कर दिया गया। इसके बाद से पेंशन, राशन, आंगनबाड़ी किराया और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो गया। उदयचंद जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे, जहां से उन्हें परासिया जनपद पंचायत भेजा गया। जनपद सीईओ ने मामले को गंभीर मानते हुए आवश्यक दस्तावेज तैयार कर समग्र आईडी फिर से लिंक कराने के निर्देश दिए हैं। उदयचंद की अपील करते हुए कहा, "मैं जिंदा हूं, सांसें ले रहा हूं... सरकार से बस यही चाहता हूं कि मुझे फिर से ज़िंदा घोषित किया जाए। कागजों में तो मुझे मार डाला गया है।"