अशोक नगर l उप संचालक कृषि श्री के एस कैन ने किसान भाइयों से संतुलित मात्रा में उर्वरकों के उपयोग करने की अपील की गई है। साथ ही जिला प्रशाशन द्वारा खाद, किसानों के लिए छाया के लिए टेंट, बैठने की लिए कुर्सी एवं पानी की व्यवस्था की गई है। उन्‍होनें बताया कि कुछ ग्रामों में खरीफ फसलों की बोनी चल रही है और किसान भाइयों के द्वारा उर्वरकों का उठाव किया जा रहा है। किसान भाइयों को सलाह दी जा रही है कि खरीफ फसलों की बोनी जिसमें मुख्य रूप से मक्का , सोयाबीन एवं धान की बुवाई हेतु डी ए पी के विकल्प के रूप में एन पी के उर्वरक का उपयोग करें। डीएपी में नाइट्रोजन एवं फास्फोरस दो ही तत्व पाए जाते हैं। एन पी के में नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश तीन तत्व पाए जाते हैं जो कि फसलों के उत्पादन बढ़ाने के लिए अति आवश्यक है। इसके अलावा सिंगल सुपर फास्फेट( एस एस पी ) उर्वरक का भी प्रयोग प्रयोग करने की सलाह दी गई है। जिसमें फास्फोरस 16 प्रतिशत, सल्फर 12 प्रतिशत एवं कैल्शियम 21 प्रतिशत पाए जाते हैं जिनका उपयोग से फसलों के उत्पादन में वृद्धि होती है । किसान भाई ध्यान रखें कि कम से कम 4 से 5 इंच वर्षा होने बाद ही फसलों की बुवाई करें और बुवाई करने से पहले बीजों का बीज उपचार अवश्य करें।