उर्वरक के स्टॉक का भौतिक सत्यापन करने कृषि अधिकारियों को निर्देश
सतना /उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास मनोज कश्यप ने बताया कि खरीफ फसलों के लिये जिले के सहकारी एवं निजी क्षेत्रों में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में भंडारित है। साथ ही शासन से उर्वरक की रैक प्रदाय की जा रही है। कृषकों के हितों को ध्यान में रखते हुये जिले के सभी उर्वरक निरीक्षकों और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को उर्वरक विक्रय केंद्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये गये हैं। उप संचालक ने बताया कि कृषि अधिकारियों और निरीक्षकों को निर्देश दिये गये हैं कि उर्वरक केंद्रों के निरीक्षण के दौरान उर्वरक की भौतिक मात्रा का मिलान आईएफएमएस पोर्टल में फीड मात्रा से करना सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा विक्रय केंद्र पर रेट सूची और स्टॉक प्रदर्शन बोर्ड की व्यवस्था करने तथा कृषकों को निर्धारित दर पर उर्वरक का विक्रय करने प्रत्येक उर्वरक विक्रेता को निर्देशित करना भी सुनिश्चित करेंगे। उप संचालक श्री कश्यप ने सभी उर्वरक निरीक्षकों और कृषि विकास अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि यदि किसी उर्वरक विक्रेता द्वारा निर्धारित दर से अधिक कीमत पर उर्वरक का विक्रय किया जा रहा हो अथवा किसी प्रकार की अनियमितता की जा रही हो, तो संबंधित विक्रेता के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे। उर्वरक वितरण में अनियमितता एवं अधिक दर पर उर्वरक विक्रय की सूचना किसी भी माध्यम से उप संचालक कृषि विकास तथा किसान कल्याण कार्यालय सतना को प्राप्त होती है, तो इसकी संपूर्ण जवाबदारी संबंधित क्षेत्र के कृषि अधिकारी की होगी।