भोपाल l प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आयोजित पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरण की। उन्होंने 20वीं किस्त के रूप में 9 करोड़ 70 लाख से अधिक किसानों को 20 हजार 500 करोड रुपए की सम्मान राशि का हस्तांतरण किया। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, बुनियादी ढांचे और किसान कल्याण पर केंद्रित 2,183 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना  कृषि उपज मंडी करोंद में पीएम किसान दिवस के रूप में आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, जनप्रतिनिधि, सचिव कृषि श्री निशांत बरबड़े, संचालक श्री अजय गुप्ता, प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड श्री कुमार पुरुषोत्तम और अधिकारीगण सम्मिलित हुए। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना फरवरी 2019 में केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई थी। इसके तहत किसानों को आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के लिए साल भर में 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदाय की जाती है। आज 2 अगस्त का दिन हम सभी के लिये फिर खुशहाली लेकर आया है क्योंकि आज के दिन को हम पीएम किसान दिवस के रूप में मना रहे हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जिनका नारा है सबका साथ सबका विकास के साथ देश को आगे बढ़ा रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि की 20 वी किश्त के रूप में भारत के लगभग 9 करोड़ 70 लाख किसानों को 20 हजार 500 करोड़ रूपये की राशि में से मध्यप्रदेश के 87 लाख 93 हजार किसानों को 7 हजार 39 करोड की राशि बनारस से सीधे उनके खातों में डाली जा रही है। इससे पहले किसान सम्मान निधि से 10 हजार करोड़ किसानों को 3.69 लाख करोड़ की राशि दी जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि यह सम्मान निधि किसानों के लिए आर्थिक सक्षमता ही नहीं बल्कि उनका सम्मान भी है। आज 2 अगस्त 2025 को देश के सभी राज्यों में राज्य स्तर, जिला स्तर, विकास खण्ड स्तर, एवं ग्राम पंचायत स्तर पर भी पीएम किसान दिवस के रूप में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी अनुक्रम में हम सभी एकत्रित हुये हैं। आपको इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने देश एवं प्रदेश को मजबूत बनाने की दिशा में कम से कदम मिलाकर चलने के लिए अपील की।