छतरपुर कलेक्टर श्री पार्थ जैसवाल ने बुधवार को नौगांव क्षेत्र में उपार्जन केंद्र नौगांव, कृषि विज्ञान केंद्र, मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला, कस्टम हायरिंग सेंटर ग्राम सिंगरावान खुर्द एवं ग्राम ददरी में फसल का निरीक्षण किया और फसल कटाई एवं गेहूं के उपज का आंकलन किया। इस दौरान एसडीएम नौगांव श्री जी.एस. पटेल, तहसीलदार श्रीमती रंजना यादव, उपसंचालक कृषि श्री के.के. वैद्य, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र डॉ. वीणा पाणि श्रीवास्तव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

कलेक्टर श्री जैसवाल ने नौगांव नवोदय विद्यालय के पास उपार्जन केंद्र का निरीक्षण करते हुए खाद्य अधिकारी, सर्वेयर से उपज की गुणवत्ता के मानकों पर कैसे जांच की जाती है, उपस्थिति में परीक्षण कराया। उन्होंने चना, मसूर, सरसों, के कितने पंजीयन हुए है एवं कितने उपार्जन केंद्र संचालित है की जानकारी ली। कलेक्टर ने एफएक्यू के मानक स्तरों के प्रचार के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं एवं मॉइश्चर मीटर को जल्द से जल्द लाकर माप कराकर गुणवत्ता के मानकों का पालन करने के निर्देश दिए।

इसके उपरांत कलेक्टर द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव का निरीक्षण करते हुए किसानों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण, फसल प्रदर्शन, नए किस्म के बीजों की जानकारी देने, प्राकृतिक खेती को बढ़ाने, ऑन फार्म टेस्टिंग करते हुए बायो कम्पोस्टिंग, बागवानी में किए गए नवाचार की जानकारी किसानों को देने के निर्देश दिए। तत्पश्चात केंद्र की प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया गया। जिसे सुचारूरूप से कार्यात्मक बनाने के निर्देश दिए एवं जैविक खेती के महत्व पर जोर डालते हुए इसमें नवाचार करने के केवीके के अधिकारियों को निर्देश दिए। जिससे कि उन्नत खेती की जा सके। इसके बाद कलेक्टर ने केंद्र के उद्यान परिसर में लगे कटहल, नींबू, आम, करौंधा एवं अन्य पौधों की किस्मों का निरीक्षण किया एवं उपस्थित अधिकारियों से नए बीज की किस्म हर्वीसाइड, वीडीसाइड, अरहर को राजेश्वरी किस्म की जानकारी ली। जिसमें लगाए जा रहे पौधों का पोषणयुक्त तरीके से सही देखभाल करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने शहद प्रसंस्करण इकाई का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने नौगांव अंतर्गत मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला के कार्यों का निरीक्षण किया। जिसमें मिट्टी के परीक्षण की पूरी प्रक्रिया की जांच कराई और माह में आने वाले सैंपल्स एवं उनकी परीक्षण रिपोर्ट की पंजी को जांचा एवं प्रयोगशाला में लगे कर्मचारियों और सैंपल जांच में लगने वाले समय की जानकारी भी ली।

उन्हांेने सिंगरावन खुर्द में संचालित कस्टम हायरिंग केंद्र जो की अंशमान पटेल द्वारा संचालित है का निरीक्षण किया। केंद्र में मौजूद सभी मशीनों जिसमें स्ट्रॉ रीपर, रोटावेटर, कल्टीवेटर, मुंगफली से दाने निकलने वाली मशीन एवं ट्रैक्टर आदि मशीनों के संचालन की स्थित को भी देखा। प्रति हैक्टेयर में एक घंटे में कितना भूसा बनाने को क्षमता एवं मिलने वाले मुनाफे को जानकारी ली। जिसमें अंशमान पटेल ने बताया कि इन मशीनों से उनके परिवार को अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा है। 

कलेक्टर ने नर्सरी विकसित करने एवं बकरी पालन शेड निर्माण के दिए निर्देश- मऊसहानिया अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र के फार्म हाउस फॉर्म हाउस का निरीक्षण किया जिसमें क्लाइमेट रिसिलियंट पौधे लगाने के निर्देश दिए एवं एक नर्सरी विकसित करने एवं बकरी पालन प्रदर्शन इकाई के लिए शेड के निर्माण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ददरी गांव में एक खेत की क्रॉप कटिंग का प्रयोग कराया। जिससे सत्यापन कराया और निकले गेहूं का वजन कराया। जिसमें लगभग 25 से 27 क्विंटल प्रति हैक्टेयर के हिसाब से उत्पादन निकलकर आया है। जिसमें यह भी बताया गया कि फसल सूखना अभी और बाकी है।