बड़वानी जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है, जहां मूलभूत सुविधाओं व व्यवस्थाओं की कमी है। यहां शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के निचले पायदान स्तर तक पहुंचाकर लोगों को विकास की धारा से जोड़ना है। उक्त बाते जिले के प्रभारी मंत्री एवं राज्यमंत्री कौशल विकास व रोजगार श्री गौतम टेटवाल ने बुधवार को कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के सभागृह में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, कौशल विकास, अधोसंरचना, ग्रामीण विकास आदि महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में सर्वप्रथम जिला पंचायत सीईओ ने जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 वाटरशेड योजना, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण, जल गंगा संवर्धन अभियान के संबंध में किये जा रहे कार्यो के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस पर प्रभारी मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की टीम गठित कर किये जा रहे कार्यो का निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया। प्रभारी मंत्री ने यह भी निर्देशित किया कि गठित टीम विद्यालयों का भ्रमण करे, बच्चों के साथ उन्हे दी जा रही सुविधाओं के संबंध में चर्चाकर वास्तविक स्थिति को ज्ञात करने का प्रयास करे। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत किये जा रहे निर्माण कार्यो में भी नियमित मानीटरिंग की जाये। जिले में नदियों के उद्गम स्थलों के जीर्णोद्धार कार्यो में जनप्रतिनिधियों को शामिल करे। वही नदियों के किनारे वृक्षारोपण करे एवं जल संरक्षण हेतु लोगों को प्रेरित करे। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बैठक में बताया कि जिले में महिलाओं से संबंधित लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना संचालित है। वही बच्चों से संबंधित पीएम केयर फार चिल्ड्रन, मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा, स्पांसरशिप योजना, मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना संचालित है। वही आंगनवाड़ी केन्द्रों पर कुल 189925 हितग्राही दर्ज है। इस पर प्रभारी मंत्री ने प्रयास कम व निरीक्षण ज्यादा करने हेतु निर्देशित किया। जिले में स्वीकृत व प्रस्तावित निर्माण कार्यो को समय सीमा कार्य को पूर्ण कर धोखाधड़ी करने वालों पर की जा रही कार्यवाही के संबंध में सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान उप संचालक उद्यानिकी के कार्यो की समीक्षा कर प्रभारी मंत्री ने एमआईडीएच योजना के तहत फल क्षेत्र विस्तार के लिए जिले के लक्ष्य से दुगुना क्षेत्र को लक्षित करने हेतु निर्देशित किया। साथ ही कृषक प्रशिक्षण सह भ्रमण में युवा कृषकों को शामिल कर किये जा रहे नवाचारों जैसे जिले में स्ट्राबेरी, संतरे आदि की खेती को अन्य किसानों को भी सीखाने हेतु प्रेरित करने एवं इनका रकबा व उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिये। बैठक में दिये गये अन्य निर्देश ऽ शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने निर्देशित किया कि पहली से 12वीं के विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार ही शाला में शिक्षक पदस्थ हो। जहां भी शिक्षकों की कमी है, उन्हे ऐसी शालाओं से पूर्ण करे जहां शिक्षक बच्चों की संख्या से अधिक है। ताकि बच्चों की संख्या में अनुपात में ही शिक्षकों की संख्या भी हो। ऽ बच्चों का शासकीय विद्यालयों में नामांकन बढ़ाये वही निजी स्कूलों की भी मानीटरिंग करे। ऽ सड़क, निर्माण कार्यो आदि को समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य वर्षाकाल के पूर्व करने हेतु निर्देशित किया। उच्च स्तर पर भेजे गये प्रशासनिक स्वीकृति के कार्यो की भी नियमित मानीटरिंग करे। ऽ जिले में रोजगार के सृजन हेतु 4 जिलों के मध्य एक वृहद रोजगार मेला लगाये जाने हेतु आईटीआई प्राचार्य एवं रोजगार अधिकारी को निर्देशित किया। ऽ जन अभियान परिषद 1 गांव को आदर्श पंचायत बनाएं जहां कोई विवाद न हो। ऽ प्रभारी मंत्री ने खाद व बीज वितरण किसानों को समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। ऽ जिले में संचालित सिविल अस्पताल, स्वास्थ्य केन्द्रों, टीकाकरण प्रसूति सहायता आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त कर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी, लोकसभा सांसद श्री गजेन्द्रसिंह पटेल, पानसेमल विधायक श्री श्याम बरडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री बलवंतसिंह पटेल, कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर, पुलिस अधीक्षक श्री जगदीश डावर, जिला पंचायत सीईओ सुश्री काजल जावला, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री अजय यादव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।