क्या दक्षिण की सुषमा स्वराज ही होगी भाजपा की अगली राष्ट्रीय अध्यक्ष ...?

दिल्ली। इस बार भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए दक्षिण भारत से किसी नेता के नाम पर सहमति बनाने का विचार चल रहा है। क्योंकि, भाजपा का फोकस अब दक्षिणी राज्यों पर है। 20 साल से वहां से कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना है। 2002-2004 के बीच वेंकैया नायडू (आंध्र) आखिरी थे। इस पर आरएसएस व आनुषंगिक संगठनों से भी चर्चा हो चुकी है। मौजूदा राष्ट्रपति पूर्वी भारत से आती हैं। उप राष्ट्रपति पश्चिम भारत से। प्रधानमंत्री उत्तर भारत (वाराणसी के सांसद) से चुने गए हैं। ऐसे में दक्षिण भारत के किसी नेता को जिम्मेदारी मिलने की संभावना अधिक है। ऐसा माना जा रहा है कि परिसीमन के बाद महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में ही बीजेपी अगले आम चुनाव में जाना चाहेगी l यदि दक्षिण की किसी महिला को इस पद के लिए चुना जाता है तो या तो आंध्र भाजपा प्रमुख दग्गुबाती पुरंदेश्वरी या भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और कोयंबटूर विधायक वनथी श्रीनिवासन सबसे संभावित उम्मीदवार के रूप में उभर सकती हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम भी चर्चा में है वह स्वयं को साबित भी कर चुकी हैं l भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और कोयंबटूर विधायक वनथी श्रीनिवासन सबसे संभावित उम्मीदवार के रूप में उभर सकती हैं। डी पुरंदेश्वरी सबसे आगे चलने वालों में से एक हैं। डी पुरंदेश्वरी, वर्तमान में आंध्र प्रदेश में भाजपा प्रमुख के रूप में कार्यरत, उन्हें एक सर्वमान्य महिला नेता माना जाता है। अपने उत्कृष्ट वक्तृत्व कौशल और पांच भाषाओं में प्रवाह के कारण उन्हें 'दक्षिण की सुषमा स्वराज' के रूप में जाना जाता है, उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच व्यापक स्वीकृति प्राप्त है।