क्या दक्षिण से होंगी भाजपा की पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष ...?

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने पूरे देश में तेजी से अपना विस्तार किया है l दक्षिण भारत में भी भाजपा अपनी पैठ बनाने के लिए मेहनत कर रही है l लगातार उसका वोट प्रतिशत भी बढ़ रहा है परंतु सीटों के मामले में वह दक्षिण भारत में बहुत कमजोर है यही वजह है कि इस बार भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष दक्षिण से बनाने पर पार्टी के भीतर गहन विचार विमर्श चल रहा है और इतना ही नहीं 33% महिला आरक्षण लागू करने वाली भाजपा इस बार किसी महिला को ही अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बना सकती है l इसके लिए दक्षिण भारत की प्रमुख महिला राजनेताओं पर विचार किया जा रहा है, जिनमें केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, आंध्र प्रदेश की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी और महिला मोर्च की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन जैसी नेता शीर्ष दावेदार हैं। प्रमुख दावेदारों में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी शामिल हैं, मंत्री के रूप में भी निर्मला सीतारमण ने स्वयं को साबित करके दिखाया है उनका अनुभव और संगठनात्मक गहराई के कारण उनका पक्ष भी मजबूत है l केंद्रीय मंत्री होने के कारण भी वे पूरे देश के लिए जाना पहचाना एक बड़ा नाम है l निर्मला सीतारमण केंद्रीय मंत्रिमंडल में पार्टी के सबसे हाई-प्रोफाइल चेहरों में से एक हैं l दूसरा नाम है डी पुरंदेश्वरी का, जो भाजपा की आंध्र प्रदेश की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं। अपनी बहुभाषी दक्षता और विभिन्न दलों के राजनीतिक अनुभव के लिए जानी जाने वाली डी पुरंदेश्वरी को दक्षिण की सुषमा स्वराज भी कहा जाता है l वकील से राजनेता बनी तमिलनाडु की वानिथी श्रीनिवासन भी तौर पर मैदान में हैं। वर्तमान में कोयंबटूर दक्षिण से विधायक के रूप में कार्यरत, वह 1993 से भाजपा के साथ हैं वे महिला मोर्चे की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रही हैं। इन तीनों ही महिलाओं के नाम राष्ट्रीय राजनीति में भी जाने पहचाने हैं अब देखना यह है कि भाजपा इन तीनों में से किस पर दाव लगाती है l