पन्ना l किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा कृषकों के लिए अधिक फसल उत्पादन के संबंध मंे सलाह जारी की गई है। उप संचालक ए.पी. सुमन ने बताया कि कृषक रबी फसल की कटाई के बाद खेत को मिट्टी पलटने वाले हल से गर्मियों में गहरी जुताई अवश्य कराएं। मिट्टी पलटने से जमीन में छिपे हानिकारक कीट उनके अंडे तथा खरपतवारों के बीज इत्यादि गर्मी के कारण मर जाते हैं तथा फसल के शेष बचे अवशेष भी भूमि में दबकर उर्वरा शक्ति को बढ़ाते हैं। ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई से भूमि में वर्षा जल धारण क्षमता भी बढ़ती है।इसी तरह कृषकों से गेहूं फसल की कटाई के बाद शेष बची हुई नरवाई (डंठल) को नहीं जलाने की अपील भी की गई है। नरवाई जलाने से खेत में कृषि के लिए लाभदायक जीवाणु जलकर नष्ट हो जाते हैं, जिससे खेत की उर्वरा शक्ति भी समाप्त होती है। इसके स्थान पर नरवाई को खेत में मिट्टी पलटने वाले हल से गहरी जुताई कर खेत में मिलाना चाहिए। इससे भूमि में जैविक खाद की वृद्धि के साथ उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी और अगली फसल का उत्पादन भी अच्छा प्राप्त होगा।