किसानों के लिए जिले में उर्वरक का पर्याप्त भण्डारण उपलब्ध

खरगोन l रबी सीजन 2024-25 में जिले के किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में उर्वरक का पर्याप्त मात्रा में भण्डारण उपलब्ध है। कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा द्वारा जिले में उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। जिले के किसानों से अपील की गई है कि वे डीएपी के स्थान पर एनपीके उर्वरक का उपयोग करें।
उप संचालक श्री एमएस सोलंकी ने बताया कि जिले में रबी फसलों के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में उर्वरक की कमी नहीं है और इसका पर्याप्त भण्डारण उपलब्ध है। किसानों को डीएपी के स्थान पर एनपीके उर्वरक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले में यूरिया का 26462 मेट्रिक टन, डीएपी का 3445 मेट्रिक टन, म्यूरेट ऑफ पोटाश का 3787 मेट्रिक टन, एनपीके का 12635 मेट्रिक टन एवं सिंगल सुपर फास्फेट का 32033 मेट्रिक टन उपलब्ध है। जबकि किसानों को यूरिया 15913 मेट्रिक टन, डीएपी 3001 मेट्रिक टन, म्यूरेट ऑफ पोटाश 1081 मेट्रिक टन, एनपीके 7630 मेट्रिक टन एवं सिंगल सुपर फास्फेट 11690 मेट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया जा चुका है।
खरगोन जिले को 22 नवंबर को खण्डवा रेक पाईंट से 500 मेट्रिक टन यूरिया, 300 मेट्रिक टन नाइट्रो फास्फेट एवं 23 नवंबर को खण्डवा रेक पाईंट से 500 मेट्रिक टन यूरिया प्राप्त हो रहा है।
जिले में किसानों को सुगमता से उर्वरक उपलब्ध हो सके इसके लिए सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी निजी उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर सतत निगरानी रख रहे हैं। उप संचालक कृषि श्री सोलंकी द्वारा अपनी टीम के साथ जिले के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जा रहा है। इस दौरान उनके स्टॉक एवं अभिलेखों का भी निरीक्षण किया जा रहा है।