सीधी के विकासखण्ड सिहावल के ग्राम खोरवाटोला की रहने वाली श्रीमती मनीषा कुशवाहा का जीवन भी संघर्षो और असफलताओं का सामना कर सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुॅचने की दास्तान है। सूमह में जुड़ने से पहले मनीषा कुशवाहा के पास आजीविका के सीमित अवसर होने एवं सामाजिक बंदिशों के कारण जीवन बड़ी कठिनाईयों से गुजर रहा था। इसी बीच आजीविका मिशन के द्वारा समूह गठन का कार्य उनके गाॅव में किया जा रहा था। सारी बाते समझने के बाद वह लक्ष्मी स्व सहायता समूह से जुड़ गयी। समूह में जुड़ने के बाद उन्होने कृषि सखी का प्रशिक्षण लिया। समूह से तीन बार में कुल राशि 35 हजार रुपये का ऋण लेकर पारम्परिक गतिविधि सब्जी उत्पादन के कार्य को बढ़ाया।

इसके बाद प्रगति उत्पादन समूह गठन कर सब्जी उत्पादन के साथ-साथ थोक बिक्री का कार्य प्रारम्भ किया, जिससे भी उनकी आय में वृद्धि हुयी है। इसके साथ ही श्रीमती मनीषा कुशवाहा का प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केन्द्र योजना अन्तर्गत ड्रोन दीदी के रूप में चयन कर ड्रोन प्रदाय किया गया। ड्रोन के सफल संचालन हेतु उन्हे इन्दौर में 05 दिवसीय एवं भोपाल में 03 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है।

वर्तमान में सफलतापूर्वक ड्रोन का संचालन कर अतिरिक्त आय अर्जित कर रही है। ड्रोन में यूरिया की जगह नैनो यूरिया के प्रयोग से किसानों की लागत कम हो रही है और उनके समय की बचत (ड्रोन के माध्यम से एक एकड़ में स्प्रे करने में 05-07 मिनट का समय लगता है) हो रही है। वर्तमान में श्रीमती मनीषा कुशवाहा की वार्षिक आय राशि लगभग 1.73 लाख रुपये है।