छोटे शहरों में फिल्म निर्माण की संभावनाओं के खुले द्वार
-सीहोर में बनी फिल्म से मिले उड़ान के पंख-
मोहन आजाद से वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुशवाह की विशेष बातचीत- भोपाल । छोटे शहरों में फिल्म निर्माण की संभावनाओं के द्वार खोलते हुए स्क्रिप्ट राइटर एवं निर्देशक मोहन आजाद के निर्देशन में प्रदेश के एक छोटे से शहर सीहोर में बनी फिल्म से उम्मीद की उड़ानों को बल मिला है। इस फिल्म का फिल्मांकन इस छोटे से शहर में फिल्म बनाकर श्री आजाद ने सीहोर सहित अन्य छोटे शहरों को फिल्म इंडस्ट्री से जोड़ते हुए एक बार फिर मध्यप्रदेश में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं।*
*फिल्म * चांदनीबार * जैसी हिट फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर एवं कई सीरियलों में अपने निर्देशन का लोहा मनवा चुके सिने जगत के जाने-माने स्क्रिप्ट राइटर मोहन आजाद की फिल्म *व्हाट ए किस्मत* हाल ही में प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे हुए सीहोर जिले में बनकर 22 मार्च को प्रदर्शित हो चुकी है। फिल्म की खासियत यह है कि पूरी फिल्म का फिल्मांकन सीहोर में ही हुआ है। हास्य,कामेडी एवं मनोरंजन से परिपूर्ण यह फिल्म देश के कई सिनेमा घरों में धूम मचा रही है। स्थानीय कलाकारों को भी फिल्म में काम करने का मौका मिला है। इस फिल्म के सफल निर्देशक ख्याति प्राप्त स्क्रिप्ट राइटर श्री मोहन आजाद ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
यूं तो भोपाल सहित प्रदेश के शहरों में कई फिल्मों की शूटिंग हुई है एवं फिल्मों का निर्माण किया गया है। लेकिन देश के हृदय स्थल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे हुए सीहोर जिले में फिल्माई गई फि़ल्म * व्हाट ए किस्मत* के रिलीज होते ही प्रदेश में फिल्म निर्माण की संभावनाओं के द्वार खोल दिये हैं।
इस फिल्म का फिल्मांकन इस छोटे से शहर में करके फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर एवं निर्देशक श्री आजाद ने अन्य छोटे शहरों को फिल्म इंडस्ट्री से जोड़ते हुए एक बार फिर मध्यप्रदेश में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं। छोटे शहरों में फिल्म निर्माण के इस प्रयोग से स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा मिलेगा एवं अन्य लोगों को भी इस इंडस्ट्री में आने का मौका मिलेगा। उल्लेखनीय है कि फि़ल्म की संपूर्ण कहानी सीहोर पर आधारित है। इस पूरी फि़ल्म की शूटिंग सीहोर नगर में ही हुई है और इसमें अनेक स्थानीय कलाकारों ने अपने अभिनय का परिचय दिया है।
*चांदनीबार* जैसी हिट फिल्म के जाने-माने स्क्रिप्ट रायटर श्री मोहन आजाद ने न सिर्फ इस फिल्म की पटकथा लिखी है बल्कि इस फिल्म का सफल निर्देशन कर उसे रुपहले पर्दे पर उतारकर सफलता की उड़ान को पुख्ता कर दिया है। स्क्रिप्ट राइटर एवं मंजे हुए निर्देशक श्री आजाद एक सरल व्यक्तित्व के धनी हैं। उनसे फिल्म निमार्ण से लेकर प्रदेश में फिल्म इंडस्ट्री की संभावनाओं सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
श्री आजाद ने कहा कि 22 मार्च 2024 को देश भर के 150 से अधिक शहरों में रिलीज हुई फिल्म *व्हाट ए किस्मत* सिनेमा घरों में काफी धूम मचा रही है। श्री आजाद ने कहा कि इस फिल्म के निर्देशन में मैंने पूरी मेहनत और शिद्दत से कार्य किया है। श्रीआजाद का मानना है कि मेहनत हमेशा रंग लाती है। क्या छोटे शहरों में फिल्म का निर्माण एक चुनौती भरा निर्णय नहीं है..? इस सवाल के जवाब में श्री आजाद ने कहा कि हमने सीहोर जैसे शहर में फिल्म का निर्माण कर यह साबित कर दिया है कि छोटे शहरों में भी फिल्में बनाई जा सकती हैं। श्री आजाद ने कहा कि इससे स्थानीय कलाकारों को रोजगार मिलेगा एवं उन्हें अपना हुनर दिखाने का भी मौका मिलेगा। प्रदेश के अन्य स्थानों पर फिल्म निर्माण किए जाने सहित कई विषयों का श्री आजाद ने बेबाकी से एवं विस्तार से जबाव दिये।
बता दें कि फिल्म में वर्तमान मीडिया की छबी से लेकर पुलिसिया कार्यशैली सहित एक सरल व्यक्ति को किस तरह घर और बाहर जूझना पड़ता है, यह इस विषय को फिल्म में प्रमुखता से इंगित किया गया है। फिल्म निर्माण एवं फिल्मांकन के लिए सीहोर को ही क्यों चुना, इसको लेकर निर्देश श्री मोहन आजाद ने कहा कि फिल्म निर्माण के लिए यहां के वरिष्ठ पत्रकार श्री रघुवर दयाल गोहिया एवं उनके भाई शैलेंद्र गोहिया को पूरा श्रेय जाता है। साथ ही शहर के समाजसेवी अखिलेश राय को विशेष श्रेय जता है, जिन्होंने रिस्क लेकर इस फिल्म को बनाने में साहस दिखाकर योगदान दिया। श्री राय फिल्म के निर्माता हैं। श्री आजाद ने कहा कि श्री गोहिया से मेरा संपर्क हुआ और उन्हीं के सुझाव पर मैं यहां फिल्म बनाने के लिए तैयार हुआ। उन्होंने एवं यहां की जनता ने मुझे फिल्म निर्माण के लिए प्रेरित किया। जब उनसे पूछा गया की क्या छोटे शहरों में फिर निर्माण की और संभावनाएं हैं। इस पर उन्होंने कहा कि छोटे शहर या बड़े शहर महत्व नहीं रखते, फिल्म की कहानी एवं आपकी कर्मठता, ईमानदारी व सत्यनिष्ठा बड़ा मायने रखती है। *व्हाट ए किस्मत* की पूरी शूटिंग हमने सीहोर जिले में की है, यह फिल्म बनकर, रिलीज हो गई है। प्रदेश सहित देशभर के सिनेमाघरों में यह फिल्म चलेगी और आप देखेंगे कि इससे मध्य प्रदेश में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में संभावनाओं के द्वार खुलंगेे।
जब उनसे पूछा गया कि अगली फिल्म का निर्माण भी प्रदेश के अन्य शहरों में करेंगे तो उन्होंने कहा कि यह फिल्म तय करेगी। अगर इसमें हमको कुछ सफलता मिली तो प्रदेश के अन्य स्थानों पर हम फिल्म निर्माण की योजना बनाकर उस दिशा में कार्य करेंगे।
फिल्म के मुख्य किरदार चंदू एवं उसकी कहानी को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया कि चंदू का किरदार आपके जेहन में कैसे आया और फिल्म की कहानी के बारे में कैसे आइडिया आया। इस प्रश्र के उत्तर में श्री आजाद ने कहा कि बस बैठे-बैठे अचानक अईडिया आया। जो वर्तमान के हालात हैं उसे देखते हुए चंदू का किरदार एवं उसकी कहानी मेरे जेहन में आई और मैंने उसे कलम से कागज पर उतार कर रुपहले पर्दे पर पेश कर दिया।
इस फिल्म को आप किस श्रेणी के बजट में आंकेंगे, इस पर श्री आजाद ने कहा कि यह फिल्म लगभग जीरो बजट के निर्माण की फिल्म है। बहुत ही कम बजट में यह फिल्म बनकर तैयार हो गई है। इस फिल्म में एक और जहां व्यवस्थाओं पर प्रहार किया गया है वहीं एक सच्चे युवक जो इमानदारी से काम करता है, लेकिन कभी हालात उसका साथ नहीं देते। उसे किस तरह अपने घर से लेकर बाहर तक ताने मिलते हैं। इसी को फिल्म की कहानी में दर्शाया गया है, एवं वर्तमान में पैसा कितना महत्वपूर्ण हो गया है, पैसे के पीछे सारी दुनिया भाग रही है, रिश्तों की अहमियत सहित अन्य विषयों को लेकर इस फिल्म में रेखांकित किया गया है। फिल्म में जहां एक और भरपूर मनोरंजन है तो वहीं व्यवस्थाओं को लेकर भी सवाल खड़े किए गए हैं। जब उनसे पूछा गया कि स्थानीय कलाकार कलाकारों को किस तरह मौका दिया गया तो उन्होंने कहा कि मैं यहां फिल्म ऑडिशन के लिए सीहोर आया था। यहां पर लगभग 55 लोग ऑडिशन के लिए आये। इनमें से 35 लोग हमने ऑडिशन के लिए चयन किये। इसमें से सात लोगों को फिल्म में काम करने का मौका दिया गया।
*व्हाट ए किस्मत* फिल्म का प्रमियर शो 22 मार्च को सीहोर नगर के मीडिया कर्मियों और विशिष्ठ जनों के लिए नि:शुल्क रखा गया था। इस शो में फिल्म के निर्माता, निर्देशक से लेकर मुख्य अभिनेता युद्धवीर, अभिनेत्री वैष्णवी पट्वर्धन, सह अभिनेत्री मानसी सेहगल एवं अन्य किरदारों सहित हिस्सा लेकर सीहोर के लिसा टॉकीज में एंट्री करी तो दर्शक खुशी से झूम उठे। सीहोर के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी संपूर्ण फि़ल्म का निर्माण यहां किया गया है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि फि़ल्म निर्माता समाजसेवी श्री अखलेश राय और निर्देशक श्री मोहन आज़ाद की वजह से हासिल है। इनके कारण अब सीहोर का नाम भी मुंबई बॉलीवुड से जुड़ गया है। फि़ल्म व्हाट ए किस्मत ने इतिहास रच दिया। सीहोर में फिल्माई गई फि़ल्म के निर्माता शहर के समाजसेवी अखिलेश राय हैं। नगर के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है, फि़ल्म के प्रमुख कलाकार युद्धवीर दहिया, वैष्णवी पट्वर्धन, मानसी सहगल, आनंद मिश्रा सहित अनेक स्थानीय कलाकारों को भी मौका मिला है। 35 दिनों में फि़ल्म की शूटिंग पूर्ण की गई है। स्क्रिप्ट राइटर और डायरेक्टर मोहन आज़ाद ने फि़ल्म बनाने में बहुत मेहनत की है। यह एक हास्य फि़ल्म है जो दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेगी। इसमें नगर की कलाकार रिया चौधरी की महिला कैमरा पर्सन के किरदार सहित स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया गया है।
फिल्म के मुख्य किरदार अभिनेता युद्धवीर दहिया, अभिनेत्री वैष्णवी पट्वर्धन, सह अभिनेत्री मानसी सहगल, भावना बलसावर, भरत दाभोलकर, आनंद मिश्रा, टीकू तलसानिया आदि हैं। सीहोर के आर्टिस्ट रिया चौधरी, पंडित गणेश शर्मा, जीशान जाफरी, कमल राय, अभिषेक सक्सेना, भगवान दास सोनी, श्रीमती सुनीता सोनी, गोविंद शर्मा, गोविंद लोवानिया, जसरथ सिंह देवांगी पहलवान (मन्ना) आदि हैं।